22 “क्हिइ ङए न्होह्रों लइ, छतसि ङज्यै या क्हिए न्होह्रों लम्,” आबिद्; दिलेया याहवेहए फिर भर थेंन्, खीजी क्हिलाइ जोगेमिंब्मुँ।
याहवेहए घ्याँ ङ्ह्योरिद्; सैं च्योंब आलद्, खीजी क्हिए सैं भोंब् लमिंब्मुँ; छतसि ङ बिमुँ! याहवेहए घ्याँ ङ्ह्योरिद्।
याहवेहए घ्यार्न प्ररिद्, खीलाइन पैंरिद्। धै खीजी क्हेमैंलाइ चु ह्युलर्बै क्ल्हे तल् पिंब्मुँ; धै दुष्टमैं नास तब क्हिए मिइन म्रोंब्मुँ।
याहवेहजी चमैंलाइ ल्होमिंसि जोगेमिंम्; खीजी दुष्टमैंउँइँले चमैं फ्रेमिंम् धै चमैंलाइ रक्षा लम्, तलेबिस्याँ चमैंइ खीए प्हलेर्न चमैंइ ग्वार योंम्।
आगुइ क्हिलाइ छ्याँब ललैया क्हिइ चए न्होह्रों लइ बिस्याँ क्हिए धिंर खोंयोंइ आछ्याँबन् तम्।
च्हैंब् मैंब् लल् खाँबै म्हिइ ह्रिस थाम्दिल् खाँम्, आगुइ सैं नल् ललेया तोइ आङ्हाँब चए ल्हागिर छ्याँब ग।
आतुरले अँश किंबै म्हिए सै न्होर लिउँइँ तोइ केर आफे।
“चइ ङए न्होह्रों लइ, छतसि ङज्यै या चए न्होह्रों लवाम्; ङइ चने खि किंब्मुँ,” आबिद्।
दिलेया ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्हिए न्होह्रों लब्मैंने खि आफोद्। खाबज्यै क्हिए क्योलोउँइँबै क्ह्राँबोर ल्हिस्याँ क्हिइ त्हेब्रेउँइँबै क्ह्राँबो या चउँइँ तोमिंन्।
खाबज्यै क्हेमैंए न्होह्रों लवालेया खि आफोद्, दिलेया बिश्वासीमैंए फिर नेरो अरू म्हिमैंए फिरै या छ्याँबै के लबै सैं मैंन्।
खीए फिर म्हिमैंइ तब आतब बिसि खीए आब्रु वासेया खीजी चमैंने खि आकिं। खीए फिर दुःख पिंब्मैंलाज्यै या खीजी धम्कि आपिं। बरु छेनाले निसाफ लबै परमेश्वरए फिर खीजी भर थेंइ।
अरूइ क्हेमैंए न्होह्रों ललेया क्हेमैंइ चमैंए न्होह्रों आलद्, अरूइ क्हेमैंए फिर गाल् केलेया क्हेमैंइ गाल् आकेद्। बरु आशिक पिंन्, तलेबिस्याँ क्हेमैंइ आशिक योंरिगे बिसि परमेश्वरजी क्हेमैंलाइ हुइब् ग।
छतसि परमेश्वरए सैंर मैंब् धोंबै दु:ख योंब्मैंइ छ्याँबै केन् लरिगे, धै तोन्दोंरि सै बनेबै भर लल् खाँबै परमेश्वरनेन् चमैंइ ह्रोंसए प्ल्ह सुम्पिदिरिगे।