20 ह्रोंसए आबा आमाए फिर सराप झोंस्याँ क्हिए बत्ति मिछु खैबै त्हेर सैवाब्मुँ।
“ह्रोंसए आबा-आमाए मान लद्, छलस्याँ ङइ पिंबै ह्युलर क्हेमैं ह्रिंग्यो छ्ह योंब्मुँ।
“ह्रोंसए आबा आमाए फिर गाल् केबै म्हि या सैवालन् त्हुम्।
ठिक के लबै म्हि चारबै बत्ति धों तब् ग, दिलेया दुष्ट म्हिमैंए बत्ति बिस्याँ सैवाब्मुँ।
आतुरले अँश किंबै म्हिए सै न्होर लिउँइँ तोइ केर आफे।
तलेबिस्याँ दुष्ट म्हिमैंए छ्हर आशिक आख; दुष्ट म्हिमैंए बत्ति सैवाब्मुँ।
कोइ म्हिमैंइ ह्रोंसए आबालाइ सराप झोंम्, धै आमाए छ्याँबै बयन आल।
ह्रोंसए आबालाइ प्ह्रब नेरो आमालाइ म्हि आच्हिबै म्हिए मि ब्याँसिर्बै कगामैंइ चोब्मुँ, धै क्व्रेमैंइ चवाब्मुँ।
तलेबिस्याँ परमेश्वरजी बिइमुँ, ‘ह्रोंसए आबा आमाए मान लद्। ह्रोंसए आबा आमाए बिरोधर आछ्याँब ताँ पोंब्मैं सैवाल् त्हुम्।’
झाइले म्रुँइ ह्रोंसए के लबै म्हिमैंने बिइ, ‘चए यो प्हले फैसि बैरु मिछु खैबै क्ल्ह्योर भ्योंवाँन्, चर म्हिमैं क्रोसि स ह्राब्मुँ।’
च बुद्धि आरेब्मैंइ बिस्याँ बुद्धि मुँब्मैंने ‘ङिए बत्ति सिबर होंइ! छतसि क्हेमैंने मुँबै च्हौदे छ्युगु ङिलाज्यै पिंन्,’ बिइ।
चमैं मा ङ्युँरर्बै थेबै भेल्गामैं धों तब्मैं ग। चुमैंइ फापिल्ले ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै केमैं उँइँम्। चमैं क्ल्ह्यो घ्रिर आटिबै मुसारा धोंब मुँ। छाबै म्हिमैंए ल्हागिर क्रोंर्बै मिछु खैबै क्ल्ह्यो परमेश्वरजी खोंयोंइन साँथेंइमुँ।