17 छलु म्हिलु लसि योंबै चबै सै लिंब् ङ्हाँम्; दिलेया लिउँइँ चए सुँर च युँमाए फुमैं ङेब् धों तब्मुँ।
ङो आसेबै म्हिए जमानि टिबै बुद्धि आरेबै म्हिल क्वें या किंथेंन्; धै फ्रें क्ल्योंप्रबै च्हमिरिए ल्हागिर चइ जमानि टिस्याँ चने मुँबै सैमैं बन्दगिर थेंन्।
दुष्ट के चमैंए चबै सै ग, धै आगुए न्होह्रों लब चमैंए थुँबै सै ग।
पाप लसि तिस्याँदे सुख योंब् भन्दा बरु परमेश्वरए म्हिमैंने दुःख योंसिन् टिब चइ त्हाँइ।