22 च्हैंब् मैंब् लल् खाँबै म्हिलाइ बुद्धिइ छ्याँबै घ्याँर डोरेम्; दिलेया आमादुमैंइ ह्रोंसए न्होह्रों तबै के ह्रोंसइन लम्।
ठिक के लबै म्हिइ पोंबै ताँमैंइ छ्याँबै घ्याँर डोरेम्, दिलेया दुष्ट म्हिइ पोंबै ताँइ आगुलाइ न्होह्रों लम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ लोमिंबै ताँ छ्ह योंब मुल् ग, चइ लमा च कालाए ङोउँइँले स्योरखम्।
याहवेहने ङ्हिंबै म्हिइ छ्ह खैले थोल् त्हुम् बिब था सेम्, छतसि कालए ङोउँइँले च फ्रेल् खाँम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ ठिक ताँमैं पोंम्, दिलेया आमादुमैंइ बुद्धि आरेबै ताँमैं लम्।
ठिक के लबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि जवाफ पिंम्, दिलेया दुष्ट म्हिए सुँउँइँले आछ्याँबै ताँमैं ल्हें त्होंम्।
बुद्धि मुँबै म्हिलाइ ह्रब् सेब बिमुँ, धै छ्याँबै ताँइ म्हिमैंलाइ ह्रब् सेब् लम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि पोंम्, धै चइ पोंबै ताँइ म्हिमैं ह्रब् सेब् तम्।
बुद्धि मुबै म्हिए ताँमैं माँ ङ्युइ धों ग; धै क्होबै म्हिए ताँमैं मुल् त्होंसि बग्दिब स्यों धों तब् ग।
ह्रोंसइ पोंबै ताँइन आमादुल न्होह्रों तम्; ह्रोंसइ पोंबै ताँइ लमन् च ङोर फेम्।
चुमैंइ क्हिलाइ छ्ह पिंम् धै क्हिए कुर ङ्हेबै माला धों तब्मुँ।
छतसि च फरिसीमैं म्रोंसि तोइ न्हुँ आलद्। चमैं कन अगुवामैं ग। कनइ कन डोरिदिस्याँ, ङ्हिंना ङ्हिंन् होंल्दोंर पायाम्।”
“क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, खाबइ ङए ताँ थेसि ङ कुल्मिंबै आबाए फिर बिश्वास लमुँ, चइ खोंयोंइ आनुबै छ्ह योंम्। चए निसाफ आत, चइ सजैं योंल् आत्हु, बरु च म्हि सिबउँइँले धबै सोसि खोंयोंइ आखाँबै छ्ह योंइमुँ।
दिलेया परमेश्वरए प्ल्हजी मत्त्रे छ्ह पिंमुँ, छाबै के म्हिमैंए भोंइ लल् आखाँ। ङइ क्हेमैंने बिरिबै ताँमैं परमेश्वरए प्ल्हउँइँले योंबै खोंयोंइ आखाँबै छ्हर्बै ताँ ग।
सिमोन पत्रुसइ बिइ, “ओ प्रभु, क्हिनेन् खोंयोंइ आखाँबै छ्ह पिंबै ताँमैं मुँ। ङि खाबै ङाँर ह्याब?