7 बुद्धि मुँबै म्हिइ खन्तोदोंन् ज्ञानए ताँ बिप्रम्, आछ्याँबै सैं मुँबै म्हिइ बिस्याँ छ आल।
क्हिए सुँउँइँले त्होंबै ताँन् ठिममैंए बयन ङइ लमुँ।
ठिक के लबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए ताँमैं पोंम्, धै चए लेइ ठिक ताँ पोंम्।
मुँयुमैंए न्होंर क्हि बेल्ले छ्याँब मुँ; क्हि पोंबरै बेल्ले ह्रब मुँ; तलेबिस्याँ परमेश्वरजी खोंयोंन् बिलै क्हिए फिर आशिक पिंरिम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ ठिक ताँमैं पोंम्, दिलेया आमादुमैंइ बुद्धि आरेबै ताँमैं लम्।
ठिक के लबै म्हिए धिंर सै न्होर ल्हें तम्, दिलेया दुष्ट म्हिइ कमैंबै सै न्होरइ चमैंए फिर्न दु:ख पम्।
दुष्ट म्हिइ पिंबै ख्रो याहवेहजी आखो, दिलेया सोजो म्हिइ लबै प्राथना थेसि खी सैं तोंम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि पोंम्, धै चइ पोंबै ताँइ म्हिमैं ह्रब् सेब् तम्।
छलस्याँ छ्याँबै घ्याँर खैले प्रल् त्हुम् बिबै ताँ क्हिइ सेब्मुँ, धै क्हिए म्हदेइ ज्ञान बुद्धिए ताँ पोंब्मुँ।
छतसि ङइ क्हेमैंने मिछु खैबर बिबै ताँ त्हिंइर बिमिंन्। धै ङइ क्हेमैंने खाबज्यै आथेल्ले बिबै ताँ क्हेमैंइ ताँनइ थेल्ले धिंए प्हेंउँइँले बिमिंन्।
ओ प्हुरिए सन्तानमैं! क्हेमैंन् दुष्ट मुँसेरो खैले छ्याँबै ताँ पोंल् खाँमुँ? तलेबिस्याँ सैंर प्लिंबै ताँमैंन् सुँउँइँले पोंम्।
झाइले येशूजी चमैंने बिइ, “ह्युल तिगोंन् ह्यासि ताँन् म्हिमैंने परमेश्वरउँइँले खबै सैं तोंबै ताँ बिमिंन्।
आछ्याँबै ताँ क्हेमैंए सुँउँइँले आत्होंरिगे, बरु थेब्मैंलाइ आशिक खल्ले आगुलाइ छ्याँबै घ्याँर डोरेबै छ्याँबै ताँमैं मत्त्रे पोंब्रें लद्।
क्हिइ ल्हें म्हिए उँइँर ङउँइँले तो ताँमैं थेल, च ताँमैं अरू म्हिमैंलाज्यै या लोमिंल् खाँबै म्हिमैंलाइ लोमिंन्।
ङ्योए ले या मि धों तब् ग। ज्युर्बै सैमैं न्होंर ङ्योलाइ पापर च्होवाबै सै चुन् ग। चुइ ताँन् ज्यु पापर च्होवाम्। धै ङ्योइ छ्ह थोमा ङ्योए लेइ नर्गए मि धों तसि लल् त्हुबै केमैंर मि त्हवाम्।