2 बुद्धि मुँबै म्हिइ ठिक ताँमैं पोंम्, दिलेया आमादुमैंइ बुद्धि आरेबै ताँमैं लम्।
छ्याँबै ताँमैंइ प्लिंसि ङए सैं बेल्ले तोंइमुँ; म्रुँए ल्हागिर ङइ प्ह्रिबै कबिता ङ बिमुँ; ङए ले छेनाले प्ह्रिल् ह्रबै म्हिए कलम धों तइमुँ।
ङ्ह्योद्, चमैंए सुँउँइँले तो त्होंमुँ? चमैंए ले सेलाँ धों तब् मुँ; चमैंए सैंर “ङिइ छ बिब खाबज्यै आथेइमुँ!” ङ्हाँम्।
ताँ क्होबै म्हिइ ह्रोंसइ ह्रब् सेबै ताँ आगुने बिप्रदै आपों, दिलेया आमादुमैंइ बिस्याँ ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै ताँ बिप्रम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि के लम्, दिलेया आमादुमैंइ तोइ आच्हैंन्ले के लम्।
छ्याँबै जवाफ पिंल् योंमा म्हि सैं तोंम्, धै ठिक त्हेर पोंबै ताँ कति छ्याँब तम्।
ठिक के लबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि जवाफ पिंम्, दिलेया दुष्ट म्हिए सुँउँइँले आछ्याँबै ताँमैं ल्हें त्होंम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ खन्तोदोंन् ज्ञानए ताँ बिप्रम्, आछ्याँबै सैं मुँबै म्हिइ बिस्याँ छ आल।
बुद्धि मुँबै म्हिइ च्हैंसि मैंसि पोंम्, धै चइ पोंबै ताँइ म्हिमैं ह्रब् सेब् तम्।
छलस्याँ छ्याँबै घ्याँर खैले प्रल् त्हुम् बिबै ताँ क्हिइ सेब्मुँ, धै क्हिए म्हदेइ ज्ञान बुद्धिए ताँ पोंब्मुँ।