12 खैच्हिजिले पोंबै म्हिइ लोदा सैंदा लबै म्हिलाइ आखो; बुद्धि मुँबै म्हिइ पिंबै सल्ला चइ आम्है।
“ओ आमादुमैं, क्हेमैं खोंयों समा ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँन्ले प्ररिमुँ? खोंयों समा आउलाइ प्ह्रबै ताँमैं लसि सैं तोंरिमुँ, ओ आमादुमैं, तले जा, क्हेमैंइ ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँब?
बुद्धि मुँबै च्हइ आबाइ लोदा सैदा लमा छेनाले थेम्, दिलेया सुँ सुँर्न छैबै म्हिइ लोदा सैंदाए ताँ आथे
आगु प्ह्रबै म्हि ह्रब्-सेब् तल् म्हैलेया आत, दिलेया बुद्धि मुँबै म्हिइ च्हैंब् मैंब् लल् खाँम्।
आछ्याँबै के लब्मैंइ थेबै दण्ड योंब्मुँ; धै लोदा सैंदाए ताँ आङिंबै म्हि सियाब्मुँ।
चु ह्युलर्बै म्हिमैंइ क्हेमैंलाइ हेल् आल, दिलेया ङलाइमि हेल् लम्, तलेबिस्याँ चमैंइ लबै केमैं आछ्याँब मुँ बिसि ङइ बिमिंम्।
तलेबिस्याँ म्हिमैंइ क्ह्रोंसेंन्बै ताँ थेदा आङ्हाँबै त्हे खब्मुँ। च त्हेर चमैंइ खेंमैंए सैंर तो मैंमुँ चन् लप्रब्मुँ। धै खेंमैंइ थेदा ङ्हाँबै ताँमैं मत्रै लोमिंबै म्हिमैं हुइसि चमैंए ताँ थेब्मुँ।