3 आमादुइ ह्रोंसलाइन न्होह्रों तल्ले पोंमुँ, दिलेया बुद्धि मुँबै म्हिइ पोंबै ताँइ चमैंलाइ जोगेम्।
फिब्लो पार्दिसि पोंब्मैं, नेरो थेब् प्हैंसि पोंब्मैं याहवेहजी थोवारिगे।
स्योर ताँ पोंबै चमैंए म्हदेमैं म्रुयारिगे, तलेबिस्याँ चमैंइ थेब् प्हैंदै ठिक के लब्मैंए बिरोधर म्हि आच्हिल्ले पोंम्।
ङ सिंहमैं धों तबै म्हिमैंए म्हाँजोर मुँ; म्हिलाइ नास लबै खेदोमैंने ङ टिल् त्हुइमुँ। चुमैंए स बर्षा नेरो मे धों तब मुँ, चुमैंए ले बेल्ले छ्यारबै क्होज धों तब मुँ।
म्हिमैंलाइ सैले बिसि दुष्ट म्हिमैं ताँ लप्रम्, दिलेया ठिक के लब्मैंइ पोंबै ताँइ चमैंलाइ जोगेमिंम्।
खैच्हिजिले आपोंबै म्हिए छ्हर बिब् धों तम्, सुँर तो खमुँ चन् पोंबै म्हि नास तयाम्।
क्ल्योबै क्ल्या आरेबै धिंर भकारिमैं क्होत्तेन् तम्, दिलेया क्ल्या क्ल्योमा ल्हें रा-म्रोमैं खुल् योंम्।
आमादुइ पोंबै ताँइ प्होंगि मिम्, धै ह्रोंसए सुँइ लमन् चलाइ आगुइ प्रिंम्।
ह्रोंसइ पोंबै ताँइन आमादुल न्होह्रों तम्; ह्रोंसइ पोंबै ताँइ लमन् च ङोर फेम्।
ह्रिस खदै ओग्रोंले के लबै म्हिलाइ “घमण्डि” बिम्, च दयाम्हाँया आरेब नेरो बुद्धि आरेब् तम्।
आछ्याँबै के लप्रबै म्हिए फिर दु:ख खम्; धै अरूलाइ दु:ख पिंप्रब चइ पियाब्मुँ।
लोबि म्हिइ प्होंगि लम्, दिलेया याहवेहने भर थेंबै म्हिल बिब् धों तम्।
चमैंइ ङिम् ङिन् ग बिब् प्हैंसि थे-थेबै ताँमैं लम्, धै भर्खर आछ्याँबै घ्याँ पिसि छ्याँबै घ्याँर ल्हैदिब्मैंलाइ ज्युउँइँले खबै इच्छार लोब उँइँमिंसि फस्ला फस्लु लवाम्।
ङ्योए अलि-अङाँमैंइ क्यु च्हजए को नेरो खेंमैंइ पिंबै ग्वाइउँइँले च दुष्टए फिर ट्होइमुँ, तलेबिस्याँ खेंमैंए ज्युए म्हाँया आलल्ले चमैं सिबरै या तयार मुँल।
पृथ्बीर्बै ताँन् म्हिलाइ जाँच लबर दुःख तबै त्हे खब्मुँ। दिलेया ङइ ‘ढुक्कले सैदिद्’ बिमा क्हेमैंइ ङिंइ, छतसि च जाँच लबै त्हेर खबै दु:खउँइँले ङइ क्हेमैंलाइ जोगेमिंस्यो।