21 ठिक के लबै म्हिइ पोंबै ताँइ ल्हें म्हिलाइ छ्याँब् लम्, दिलेया ज्ञान बुद्धिए ताँ आथेबइले आमादुमैं नास तयाम्।
ठिक के लबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए ताँमैं पोंम्, धै चए लेइ ठिक ताँ पोंम्।
तलेबिस्याँ चमैंइ ज्ञान बुद्धिए ताँमैं तो धोंइ आङ्हाँ, धै याहवेहने या आङ्हिं,
चमैंइ लबै केए नों चमैंइ योंब्मुँ, धै चमैंए आछ्याँबै केमैंइ लमा खेंमैंन् दुःख तब्मुँ।
खेंमैंए सैंर मैंब् धोंले प्रबइले आमादुमैं सिब्मुँ, छले ज्ञान बुद्धिए ताँमैंलाइ तो धोंइ आङ्हाँबै आमादुमैं नास तयाब्मुँ;
ठिक के लबै म्हिइ पोंबै ताँमैंइ छ्याँबै घ्याँर डोरेम्, दिलेया दुष्ट म्हिइ पोंबै ताँइ आगुलाइ न्होह्रों लम्।
खैज्हिजिले पोंमा सेलाँइ धोंले म्हिलाइ म्लोम्, दिलेया च्हैंसि मैंसि छेनाले पोंमा नरिबै सैं सल् लम्।
छ्याँबै सुँइ पोंमा नरिबै सैं या सम्, दिलेया स्योलिबै ताँ पोंबै लेइ सैं नल् लम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ खन्तोदोंन् ज्ञानए ताँ बिप्रम्, आछ्याँबै सैं मुँबै म्हिइ बिस्याँ छ आल।
बुद्धि आम्हैबै आमादुए योर मुँबै मुइ तो केर फेमुँ?
झाइले क्हिइ बिब्मुँ, “ओहो, ङ खै तदा ङ्हाँमुँ छान् तप्रइ, लोदा सैंदा लमा ङइ आङिं!
छलस्याँ छ्याँबै घ्याँर खैले प्रल् त्हुम् बिबै ताँ क्हिइ सेब्मुँ, धै क्हिए म्हदेइ ज्ञान बुद्धिए ताँ पोंब्मुँ।
खै तदा ङ्हाँमुँ छान् लप्रबइले च सिब्मुँ, लोदा सैंदाए ताँमैं आथेसि आमादु तबइले चइ आछ्याँबै केमैं लप्रम्।
आगुए प्ह्रेंस्योने प्रबै म्हि आमादु ग; चइ ह्रोंसन् नास लवाम्!
छ्याँबै सैं प्ह्याबै म्हिइ ह्रोंसए सैंर मुँबै छ्याँबै ताँमैंउँइँले छ्याँबै ताँन् पोंमुँ। आछ्याँबै सैं प्ह्याबै म्हिइ ह्रोंस् न्होंर्बै आछ्याँबै सैमैंउँइँले आछ्याँबै ताँमैंन् पोंम्।
कोइ म्हिमैंइ स्वर्गर्बै ग्याल्सए बारेर थेलेया क्होल् आखाँ। छतसि चमैं घ्याँर तेबै प्लु धोंन् तब् ग। चमैंए सैंउँइँले दुष्टइ च प्लुमैं प्हेंवाम्।
म्हिमैंइ परमेश्वरलाइ पिंल् त्हुबै मान आपिं, छतसि चमैंइ तो लदा ङ्हाँम् लरिगे बिसि पिवाइ।
परमेश्वरजी क्हेमैंए जिम्मार थेंबै बगालए छैं छेनाले लद्। करइ आङिं, ह्रोंसए सैंइन म्रोंसि लद्। मुइए लोबै आङिं, चु ङइ लल् त्हुबै ङए जिम्मार्बै के ग बिब् मैंसि लद्।