14 बुद्धि मुँबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए ताँमैं सैंर थेंम्, दिलेया बुद्धि आरबै म्हिए सुँइ नास तबै ताँ पोंम्।
ह्रब्-सेबै म्हिइ थेरिगे धै ल्हें ह्रब-सेब तरिगे, धै क्होबै म्हि ल्हें क्होल् खाँब् तरिगे।
मिइ च्यप्लने चिप्लिले हस्त लबै म्हिइ दुःख पखम्, धै ल्हें पोंबै आमादु केर आफेब् तम्।
ताँ क्होबै म्हिइ अर्थि बुद्धिए ताँ ङिंम्, दिलेया ल्हें पोंबै आमादु नास तयाम्।
ताँ क्होबै म्हिइ ह्रोंसइ ह्रब् सेबै ताँ आगुने बिप्रदै आपों, दिलेया आमादुमैंइ बिस्याँ ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै ताँ बिप्रम्।
खैच्हिजिले आपोंबै म्हिए छ्हर बिब् धों तम्, सुँर तो खमुँ चन् पोंबै म्हि नास तयाम्।
आछ्याँबै सैं मुँबै म्हिल बिब् धों आत, स्योलिबै ताँ पोंबै म्हिए छ्हर छ्याँब् आत।
आक्ह्रिबै म्हि लोबए लिलि प्रम्; धै छाबै म्हिइ क्ह्रिल् खाँबै ताँमैं थोम्।
ह्रब् सेब् तदा ङ्हाँबै म्हिइ ज्ञान बुद्धिए ताँमैं क्होल् म्हैम्; धै बुद्धि मुँबै म्हिइ छाबै ताँमैं थेबै सैं लम्।
ह्रोंसइ पोंबै ताँइन आमादुल न्होह्रों तम्; ह्रोंसइ पोंबै ताँइ लमन् च ङोर फेम्।
बुद्धि म्हैबै म्हिइ ह्रोंसलाइ म्हाँया लम्, ज्ञान बुद्धि म्हैबै म्हिल बिब् धों मैंब् धों तम्।
सुँइ खैच्हिजिले आपोंइ बिस्याँ ह्रोंसए फिर दुःख तबइले जोगेम्।
बुद्धि मुँबै म्हिलाइ अर्थि पिंमा च झन ह्रब्-सेब् तब्मुँ; ठिक के लबै म्हिलाइ लोमिंमा चइ झन् च्हैंब् मैंब् लल् खाँब्मुँ।
छ्याँबै सैं प्ह्याबै म्हिइ ह्रोंसए सैंर मुँबै छ्याँबै ताँमैंउँइँले छ्याँबै ताँन् पोंमुँ। आछ्याँबै सैं प्ह्याबै म्हिइ ह्रोंस् न्होंर्बै आछ्याँबै सैमैंउँइँले आछ्याँबै ताँमैंन् पोंम्।
“स्वर्गर्बै ग्याल्स म्रोंर पाथेंबै सै न्होर धोंन् तब् ग। म्हि घ्रिइ च योंसि लोथेंम्, धै च सैं तोंदै ह्यासि ह्रोंसने मुँबै तोन्दोंरि सै चुँसि च म्रों किंम्।
धबै येशूजी चमैंने बिइ, “छतसि स्वर्ग ग्याल्सर्बै ताँ योंबै ताँन् शास्त्रिमैं धिंर्बै क्ल्हे धोंन् तब् ग। च धिं क्ल्हेइ ह्रोंसए धनसारउँइँले छारा नेरो स्योब सैमैं बैरु तेल् खाँम्।”