11 ठिक के लबै म्हिइ पोंबै ताँमैंइ छ्याँबै घ्याँर डोरेम्, दिलेया दुष्ट म्हिइ पोंबै ताँइ आगुलाइ न्होह्रों लम्।
ठिक के लब्मैंइ चु म्रोंब्मुँ धै तोंब्मुँ, दिलेया दुष्ट म्हिमैंइ ह्रोंसए सुँ म्रुब्मुँ।
ठिक के लबै म्हिए सुँइ ताँनइ क्वेंबै ताँमैं पोंम्, दिलेया दुष्ट म्हिए सुँइ बिस्याँ सैं नल् लबै ताँमैं मत्त्रे पोंम्।
ठिक के लबै म्हिइ आशिक योंमुँ, दिलेया दुष्ट म्हिइ छ्याँ-छ्याँबै ताँ पोंलेया चए सैंर आछ्याँबन् तम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ लोमिंबै ताँ छ्ह योंब मुल् ग, चइ लमा च कालाए ङोउँइँले स्योरखम्।
छ्याँबै सुँइ पोंमा नरिबै सैं या सम्, दिलेया स्योलिबै ताँ पोंबै लेइ सैं नल् लम्।
बुद्धि मुँबै म्हिइ खन्तोदोंन् ज्ञानए ताँ बिप्रम्, आछ्याँबै सैं मुँबै म्हिइ बिस्याँ छ आल।
बुद्धि मुबै म्हिए ताँमैं माँ ङ्युइ धों ग; धै क्होबै म्हिए ताँमैं मुल् त्होंसि बग्दिब स्यों धों तब् ग।
मारा, चाँदिमैं ल्हें मुइ फेबै सै मुँन बिलेया, च भन्दा थेब ज्ञान बुद्धिए ताँ पोंबै म्हि ग।
आछ्याँबै ताँ क्हेमैंए सुँउँइँले आत्होंरिगे, बरु थेब्मैंलाइ आशिक खल्ले आगुलाइ छ्याँबै घ्याँर डोरेबै छ्याँबै ताँमैं मत्त्रे पोंब्रें लद्।