32 खेंमैंए सैंर मैंब् धोंले प्रबइले आमादुमैं सिब्मुँ, छले ज्ञान बुद्धिए ताँमैंलाइ तो धोंइ आङ्हाँबै आमादुमैं नास तयाब्मुँ;
चमैंए ल्हागिर थेंबै चबै सैमैं चमैंलाइ ङो चुब् धों तरिगे; धै ख्रो पिंसि चबै सैमैं चमा चमैं नास तयारिगे।
“ओ आमादुमैं, क्हेमैं खोंयों समा ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँन्ले प्ररिमुँ? खोंयों समा आउलाइ प्ह्रबै ताँमैं लसि सैं तोंरिमुँ, ओ आमादुमैं, तले जा, क्हेमैंइ ज्ञान बुद्धिलाइ तो धोंइ आङ्हाँब?
ठिक के लबै म्हिइ पोंबै ताँइ ल्हें म्हिलाइ छ्याँब् लम्, दिलेया ज्ञान बुद्धिए ताँ आथेबइले आमादुमैं नास तयाम्।
बुद्धि मुँबै म्हि याहवेहने ङ्हिंमुँ धै आछ्याँबै केमैं आल, आमादु बिस्याँ च्हैंब् मैंब् लल् आखाँब नेरो ह्रिस ल्हें खब् तम्।
चए धिं न्होंर होंबै म्हि कालइ क्युरु-क्यरु बोमुँ धै चए घ्याँर प्रबै म्हिए प्ल्ह नर्गर फेनेम्;
ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै केइन दुष्ट म्हि ङोर फेम्, धै ह्रोंसइ लबै आछ्याँबै केमैंन च पापर च्होवाम्।
दिलेया ङने त्होल् आम्हैबै म्हिइ ह्रोंसलाइन नास लम्; ङलाइ हेल लबै म्हिइ कालने म्हाँया लम्।”
ओ बुद्धि आरेब्मैं, बुद्धि म्हैद्; ओ आमादुमैं, च्हैंब्-मैंब् लल् खाँब्मैं तद्।
दिलेया च ङाँर ह्याब्मैं क्रोंर फेनेम्, धै चए योर फेब्मैंइ कालए सुँर फेनेबै या था आसे।
परमेश्वरए च्हए फिर बिश्वास लब्मैंने खोंयोंइ आनुबै छ्ह मुँ। परमेश्वरए च्हइ बिबै ताँ आङिंब्मैंइ खोंयोंइ आनुबै छ्ह योंल् आखाँ, दिलेया परमेश्वरए दण्ड खोंयोंइ बिलै चए फिर तरिम्।”
छतसि न्ह क्रों मि क्रो तद्, ङ्योने पोंबै परमेश्वरजी बिब ङिंन्। तलेबिस्याँ चु पृथ्बीर्बै म्हि मोशाइ बिबै ताँ इस्राएलीमैंइ थेल् आङिंमा चमैं दण्डउँइँले स्योल् आखाँ बिस्याँ, झन् स्वर्गउँइँले पोंबै परमेश्वरजी बिबै ताँ आङिंब्मैं खैले स्योरल् खाँमुँ?
छतसि ताँनइ योंबै दण्ड क्हेमैंइ आयोंस्याँ क्हेमैं आबाए क्ह्रोंसेंन्बै च्हमैं आङिं, प्रग्यामैं ग।
क्हेमैं चु पृथ्बीर बेल्ले सयल थोसि सैंर मैंब् धोंले छ्ह थोइमुँ। ख्रो पिंबै त्हिंइर सैबै ल्हागिर छोल्ले न्हथेंबै क्यु धोंले क्हेमैं छोइमुँ।