19 आउलाइ लुसि छलु म्हिलुले ल्हें सै न्होर खुब्मैंए गति या छाबन् तब्मुँ; चइ खुबै सै न्होरइन चलाइ नास लवाम्।
चमैंइ लबै आछ्याँबै केमैंए दण्ड चमैंए क्रर्न खम्, चमैंइ लबै दुष्ट केमैं चमैंए क्रर्न कुखम्।
म्हि धोंले थेबै कै तेसि बुद्धि घ्याँजरे ओरम्, चइ बजार जरे कै तेप्रम्;
लोबि म्हिइ ह्रोंसए परवार दु:ख पखम्, दिलेया घुस आकिंबै म्हि सोब्मुँ।
ह्योने बालु त्हुँबै म्हि ह्रोंसए ल्हागिर्न शत्तुर ग; तलेबिस्याँ अड्डारि क्ह्रोसेंन्बै ताँमैं पोंस्याँ चइ सजैं योंब्मुँ, दिलेया आपोंस्याँ परमेश्वरउँइँले सराप योंब्मुँ।
प्हा आथुँब, प्होंगि आलब, ह्रिस आखब, सैदिल् खाँब, मुइए लोब आलब तल् त्हुम्।
लोब लसि चमैंइ स्योलिबै ताँमैं पार्दिसि क्हेमैंउँइँलेन् फायदा किंब्मुँ। छतसि ओंसों ओनोंन् चमैंए ल्हागिर परमेश्वरजी दण्ड तोक्दिथेंइमुँ। चमैंए नास तबै त्हे तबर होंइमुँ।