16 तलेबिस्याँ चमैं आतुरले पाप के लबर ह्याम्, धै चमैं म्हि सैबर खोंयोंन् बिलै युनन् छेम्।
झाइले ‘क्ह्योंर्बै खेदोमैंइ चलाइ चवान’ बिसि ङ्योइ आबाने बिले। धै चए म्होंडमैं तो तमना ङ्ह्योले।”
नमेमैंइ म्रोंन्ले जाल् तिब फाक्कर्न ग,
म्हिमैंलाइ सैले बिसि दुष्ट म्हिमैं ताँ लप्रम्, दिलेया ठिक के लब्मैंइ पोंबै ताँइ चमैंलाइ जोगेमिंम्।
तलेबिस्याँ दुष्ट म्हिमैं आछ्याँबै केमैं आलन् समा रोल् आखाँ; धै आगुए न्होह्रों आलन् समा न्हरु आख।
ह्रिस खल्ले ङ्ह्योबै मि, स्योलिबै ताँ पोंबै ले, छ्याब आरेबै म्हि सैबै यो,
आछ्याँबै चाँजोमैं लबै सैं, आछ्याँबै के लबर युन्-युन् प्रबै प्हले,
ङ्योइ लबै आछ्याँबै केमैंउँइँलेन् परमेश्वरजी लबै छ्याँबै केमैं म्हिमैंइ म्रोंम् बिस्याँ ङ्योइ तो बिब् दि? “खीए ह्रिस ङ्योए फिर उँइँमा परमेश्वरजी लल् आतबै के लइ!” बिब् वा? आङिं! (दिलेया म्हिमैंइ छलेन मैंल् खाँम्।)