15 ओ ङए च्ह, चमैंने बालु आप्रद्; चमैं प्रबै घ्याँर क्हि आप्रद्,
दुष्टमैंए सल्लार आप्रब, नेरो पापिमैंइ लब् धोंले आलब, धै परमेश्वर स्यारब्मैंने बालु आटिबै म्हिइ आशिक योंम्।
क्हिजी बिब् धोंबै केमैं लल् खाँरिगे बिसि ङइ आछ्याँबै के लबै घ्याँर प्रब पिवाइमुँ।
ङिने बालु क्ह्रिदु, धै लुडिबै सैमैं ङ्यो चुस्यो,” बिलैया चमैंए ताँ आङिंन्।
बुद्धि मुँबै म्हिने प्रबै म्हि बुद्धि मुँबन् तम्, आमादुमैंने प्रस्याँ नास तम्।
दुष्ट म्हिमैं म्रोंसि ह्रिस आलद्, चमैंने बालु थु तबै सैं आलद्,
म्हि सैमैंए ह्रिस आलद्, धै चमै प्रबै घ्याँर आप्रद्।
क्हि क्योलो त्हर्ग्योउँइँ आतोद्; आछ्याँबै केमैं लबर आप्रद्।
फ्रें क्ल्योंप्रबै च्हमिरिउँइँले ह्रेंगो टिद्, चए धिंर्बै म्राए चेंदो आह्याद्।
आछ्याँबै के लब्मैंने आप्रद्, ताँ क्होद् धै लोद्। छलस्याँ क्हेमैं सोब्मुँ,” बिम्।
छतसि याहवेहजी छ बिइमुँ: “क्हेमैं च आछ्याँबै म्हिमैंए म्हाँजोउँइँले त्होंइ खो, क्हेमैं चमैं ङाँइले स्यो तल् त्हुम्। पापर च्होवाबै सैमैं आछुइद्, झाइले ङइ क्हेमैं ङ ङाँर खल् पिंस्यो।