50 चज लिंबै सै ग, चए स्वाद् म्हह्याइ बिस्याँ च तोइ लिंन् लब? च केर आफेब तइ। छतसि चज लिंब् तब् धोंले क्हेमैंए न्होंरि क्ह्रिसि टिद्। छले क्हेमैं क्ह्रिसि टिद्।”
थेद्, आघें-अलिमैं क्ह्रिसि टिब बेल्ले छ्याँबै सैं तोंबै ताँ ग!
आछ्याँबै के लबउँइँले एखो धै छ्याँबै के लद्; आक्ह्रिबै म्हिमैं क्ह्रिमिंन्, खोंयोंन् बिलै छाबन् के लरिद्।
“क्हेमैं ह्युलर्बै चज ग, दिलेया चजए स्वाद् म्हयाइ बिस्याँ च धबै तोइ स्वाद खल् लब? छाबै चज तो ललेया धबै स्वाद आखा, धै तो केरै आत्हुब तयाम्। छाबै चज बैरु भ्योंवासि म्हिमैंए प्हलेइ प्लेवाब्मुँ।
दिलेया चमैं तोइ आबिल्ले टिइ, तलेबिस्याँ घ्याँर खरिमा चमैंइ “ङ्योए न्होंर खाब् थेब् जा?” बिसि खें-खेंमैंन् ताँ लरिल।
“चजइ चबै सैमैं क्राँल् आलब् धोंले ताँन् म्हिमैंलाइ मिइ जाँच लब्मुँ।
खाँन् समा ताँनने क्ह्रिसि टिद्।
ओ अलि-अङाँमैं, छेन्ले टिद् ओ, जय मसीह। ताँन् केमैं छेनाले लबै भों लदु, घ्रिइ-घ्रिए सैं क्होमिंबै के लदु, क्ह्रिसि टिदु, घ्रिइ-घ्रिलाइ सैदिदु। झाइले खीए म्हाँयाउँइँले ङ्योए सैं क्होल् लमिंबै परमेश्वर क्हेमैंने तब्मुँ।
दिलेया पबित्र प्ल्हए रोमैं छाब् ग: आगुए फिर म्हाँया खब, सैं तोंब, शान्ति तब, सैदिल् खाँब आगुए फिर ल्हयो खब, अरूमैंल छ्याँब तरिगे ङ्हाँब, लम् बिबै के पूरा लब,
आछ्याँबै ताँ क्हेमैंए सुँउँइँले आत्होंरिगे, बरु थेब्मैंलाइ आशिक खल्ले आगुलाइ छ्याँबै घ्याँर डोरेबै छ्याँबै ताँमैं मत्त्रे पोंब्रें लद्।
येशू ख्रीष्टउँइँले खबै सैं तोंबै ताँइ बिब् धोंले छ्ह थोद्। ङ क्हेमैं ङाँर खलै आखलै क्हेमैंए सैं फो घ्रिन् तसि खोंर थेबै बिश्वास लसि सैं तोंबै ताँ म्हिमैंने बिप्रबर भों लइमुँ बिबै ताँ ङइ थेदा ङ्हाँइमुँ।
क्हेमैं परमेश्वरजी खोबै त्हाँबै पबित्र म्हिमैं ग। छतसि खीए म्हिमैं तबइले क्हेमैंइ आगुए फिर ल्हयो खसि छ्याँबै के लब, थेब् आप्हैंब, ह्रिस आखब, धै सैदिल् खाँब तद्।
क्हेमैंइ अरूलाइ खोंयोंइ सैं नल् आलल्ले छ्याँबै सैं मैंसि ताँ पोंल् त्हुम्। धै ताँन् म्हिमैंने खैले जवाफ पिंल् त्हुम् बिसि क्हेमैंइ सेल् खाँम्।
चमैंए छ्याँबै के म्रोंसि चमैंइ बिबै ताँ ङिंनु, धै चमैंलाइ थेबै म्हाँयाले मान लद्। क्हेमैं ताँन् क्ह्रिसि टिद्।
छतसि क्हि फ्रेंसि तमा ज्युइँले खबै आछ्याँबै केउँइँले स्यो तद्, धै छ्याँबै सैंउँइँले प्रभुए मिं किंब्मैंने बा-बालु छ्याँबै केमैं लदै, बिश्वासर भोंब् तसि म्हाँयार क्ह्रिसि प्रद्।
ताँन् म्हिमैंने क्ह्रिब भों लद्, धै पबित्रले छ्ह थोबै सैं लद्। छले छ्ह आथोस्याँ खाबज्यै या प्रभु म्रोंल् आखाँ।
तलेबिस्याँ ह्रिस खबै म्हिइ परमेश्वरए के छेनाले लल् आखाँ।
आखिरि ताँ चु मुँ: क्हेमैं ताँनए सैं घ्रि तद्। अरूए फिर दुःख तमा ल्हयो खद्। घ्रिइ घ्रिलाइ ह्रोंसए अलि-अङाँमैंने धोंले म्हाँया लद्। आगुए फिर ल्हयो खद्, सैं सारो आलद्।