23 झाइले येशू च्हों धिंर्बै चिबए धिंर फेनेमा शंङ्ख ह्राब्मैं नेरो म्हिए हुल खैला-बैला लरिब् म्रोंइ।
‘ङिइ क्हेमैंए ल्हागिर मुरलि ह्रामिंइ, दिलेया क्हेमैं आसे। ङि न्हुँ लसि क्रोमा क्हेमैं खाबै या न्हुँ आल।’
चमैं बजारर क्हुँरिबै कोलोमैं धों तब् मुँ, चमैंइ खेंमैंए न्होंर्न घ्रिइ-घ्रिने छ बिदै हौदिम्। ‘ङिइ क्हेमैंए ल्हागिर मुराली ह्रामिंइ, दिलेया क्हेमैं आसे। ङि क्रोमा क्हेमैं आक्रो।’
छतमा पावल क्युरु तयुसि चए फिर पत्खु तसि अँगलो झोंसि “क्हेमैं आआतिद्। चु सोगोंन् मुँ!” बिइ।
चु ताँ थेबै लिउँइँ पत्रुस चमैंने बालु ह्याइ। चर फेनेसि चमैंइ चलाइ आटि फिर्बै कोठार बोइ। चर्बै ताँन् म्हरेस्योमैं पत्रुसए ङाँर खइ, धै डोरकास खेंमैंने बालु मुँमा चइ टुइ थेंबै भोटो, चोला नेरो अरू क्वेंमैं पत्रुसने उँइँसि चमैं क्रोबर होंइ।
च सहरर बीणा नेरो अरू बाजामैंए कै, क्वे प्रिंब्मैं नेरो मुरलि थुतुरुए कै खोंयोंइ या थेरिब् आरे। अरू के लब्मैं नेरो सिंए के लब्मैं च सहरर खोंयोंइ या योंरिब् आरे, ह्रेंदोए कै या खोंयोंइ या थेरिब् आरे।