16 चमैंइ लबै केमैं म्रोंसि क्हेमैंइ चमैं ङो सेब्मुँ। पुजुए धुँउँइँले अँगुर टोंम् रो वा? छलेन क्ह्रुए धुँउँइँले तुँबुए रो टोंम् रो वा?
कोलोए बानि ब्योरउँइँलेन्, धै चइ खैबै के लइमुँ, च खैबै घ्याँर प्रइमुँ बिसि क्हिइ चए बानि बयोर था सेम्।
“छ्याँबै रोमैं रोबै ल्हागिर धुँ या छ्याँबन् तल् त्हुम्, धुँ आसोबर्दिस्याँ रोमैं या छ्याँब आरो। रोउँइँलेन् धुँ छ्याँब नेरो आछ्याँब फेलम्।
छले परमेश्वरए ताँर स्योर ताँ कोंसि पोंब्मैंइ लबै केमैं म्रोंसि क्हेमैंइ चमैंलाइ ङो सेब्मुँ।
दिलेया पबित्र प्ल्हए रोमैं छाब् ग: आगुए फिर म्हाँया खब, सैं तोंब, शान्ति तब, सैदिल् खाँब आगुए फिर ल्हयो खब, अरूमैंल छ्याँब तरिगे ङ्हाँब, लम् बिबै के पूरा लब,
दिलेया कोइ म्हिइ बिलै, “क्हिने प्रे बिश्वास मुँ, ङने प्रे केमैं। ल्हु, छबिस्याँ के आलल्ले क्हिइ लबै बिश्वास ङने उँइँन्दि! धै ङइ के लसि ङइ लबै बिश्वास क्हिने प्रे उँइँब्मुँ।”
ओ ङए अलि-अङाँमैं, तुँबु धुँर जैतुनए रो रोल् खाँम्मा? धै अँगुरए धुँर तुँबुए रो रोल् खाँम्मा? आखाँ! छलेन काँबै क्युए मूलउँइँले लिंबै क्यु त्होंल् आखाँ।