47 क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्ल्हेइ ह्रोंसए ताँन् सै न्होरए जिम्मा पिंबर चलाइ त्हाँब्मुँ।
बुद्धि मुँबै केब्छैं म्रोंसि म्रुँ सैं तोंम्, फापिल् लबै केब्छैं म्रोंसि च बेल्ले ह्रिस खम्।
लिउँइँ क्ल्हे धिंर एखमा खिइ बिब् धोंलेन् च केब्छैं के लरिब् स्यास्याँ च केब्छैंइ स्याबस योंब्मुँ।
दिलेया दुष्ट केब्छैंइ ‘ङए क्ल्हे तोगोंन् खरिब् आरे क्हैल्ले खलै’ ङ्हाँसि,
“चए के म्रोंसि क्ल्हेजी चने बिइ, ‘स्याबास! क्हि छ्याँबै के लब नेरो भर लल् खाँब् तइ! क्हि च्युगुदे सैरै या भर लल् खाँब् तइ। छतसि तारे ङइ ल्हें सैमैंए जिम्मा क्हिलाइ पिंब्मुँ। क्हि ह्रोंसए क्ल्हेने बालुन् सैं तोंन्ले टिद्।’
“चए के म्रोंसि क्ल्हेजी चने बिइ, ‘स्याबास! क्हि छ्याँबै के लब नेरो भर लल् खाँब् तइ! क्हिइ च्युगुदे सैरै या छ्याँबै के लसि भर लल् खाँब् तइ। छतसि तारे ङइ ल्हें सैमैंए जिम्मा क्हिलाइ पिंब्मुँ। क्हि ह्रोंसए क्ल्हेने बालुन् सैं तोंन्ले टिद्।’
धिं क्ल्हे एखमा केब्छैंमैं तयार तसि न्ह क्रों मि क्रोंले टिरिब स्यास्याँ क्ल्हे सैं तोंसि केब्छैंमैंइ स्याबासि योंब्मुँ। क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, धिं क्ल्हेइ ह्रोंसए केब्छैंमैं प्ह्रेंमैं धोंले टिबै सै तिमिंसि चबै सैं चल् पिंम्।
क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्ल्हेइ ह्रोंसए धिंर्बै ताँन् सै न्होरए जिम्मा चलाइ पिंब्मुँ।
“च म्रोंसि म्रुँ बेल्ले सैं तोंदै बिइ, ‘स्याबास! क्हि स्वाबै के लबै म्हि मुँन! च्युगुदे सैर क्हि भर लल् खाँब तइ। छतसि तारे सहर च्युए फिर क्हि क्ल्हे तब्मुँ।’
“ङए सेवा लदा ङ्हाँब्मैं ङए लिलि प्ररिगे। छलमा ङ खनिर टिमुँ, ङए सेवा लब्मैं चर्न तब्मुँ। ङए सेवा लब्मैंलाइ ङए आबाजी मान लब्मुँ।”
ङ्योइ दुःख सैदिसि टिइबिस्याँ खीनेन् ग्याल्स लल् योंब्मुँ। ङ्योइ खीलाइ ‘ङो आसे’ बिइबिस्याँ खिज्यै या ङ्योलाइ ‘ङो आसे’ बिब्मुँ।
छलस्याँ ताँन् भन्दा मूलि प्ह्रोंछैं युबै त्हेर क्हेमैंइ खोंयोंइ आङ्योंलोंब नास आतबै छ्याँबै मुकुट योंब्मुँ।
दुष्टए फिर ट्होब्मैंइ चु ताँन् आशिकमैं योंब्मुँ। धै ङ चमैंए परमेश्वर तब्मुँ, चमैं या ङए प्हसेमैं तब्मुँ।
“शैतान दुष्टए फिर ट्होगों तब्मैंलाइ ङइ ङए राजगद्दिर ङने बालुन् क्हुँल् पिंब्मुँ। ङज्यै या ट्होसि ङए आबाने खीए राजगद्दिर क्हुँल् योंब् धोंलेन् ट्होबै म्हि या ङने बालुन् क्हुँल् योंब्मुँ।