11 “सुँउँइँले न्होंर होंबै सैइ म्हि पापर च्होल् आल। बरु सुँउँइँले बैरु त्होंबै आछ्याँबै ताँइ म्हिलाइ पापर च्होवाम्।”
चमैंए सुँर आगुलाइ हौदिब, स्योर तेब नेरो सराब पिंबै ताँ मत्त्रे मुँ; चमैंए सुँर केरै आफेबै छेरन् ङ्हाँबै ताँ मत्त्रे मुँ।
ताँनइ ह्रोंसए ङ्हेब् ट्हुब्मैंने स्योर तेसि पोंम्, चमैं फिब्लो पार्दिसि स्योर ताँमैं पोंम्।
झाइले येशूजी म्हिमैं खी ङाँर हुइसि “क्हेमैंइ चु ताँ छेनाले थेसि क्होद्,” बिइ।
च लिउँइँ चेलामैं खसि खीने बिइ, “क्हिजी बिबै ताँ थेसि फरिसीमैं बेल्ले ह्रिस खइमुँ बिब क्हिजी सेइमुँ वा?”
चबै सैइ म्हिलाइ पापर च्होवाल् आखाँ, बरु म्हिए सैं न्होंउँइँले त्होंबै ताँमैंइ म्हिलाइ पापर च्होवाम्।
प्रभु येशूए फिर बिश्वास लबइले ङइ चु ताँ पक्का सेइमुँ, चबै सै तो मुँले चल् आतब आरे। दिलेया खाबज्यै तो मुँले चबै सै अशुद्धन् मैंइ बिस्याँ च सै चए ल्हागिर अशुद्धन् तयाम्।
तलेबिस्याँ ङ्योइ परमेश्वरलाइ म्रुँलाइ धोंले म्हाँदिइ बिस्याँ खीजी ङ्योलाइ थेबै आशिक पिंम्। च आशिक तो जा बिस्याँ तोन्दोंरि सै चब् थुँब् योंब मत्त्रे आङिं, दिलेया पबित्र प्ल्हजी ठिक ठर्दिमिंसि पिंबै शान्ति नेरो आनन्द ग।
चबै सैइ लमा परमेश्वरजी लबै केलाइ नास तल् आपिंन्। ताँन् सै चल् तम्, दिलेया ङ्योइ चबै सैइ अरूलाइ पापर च्होवाब आछ्याँबै ताँ ग।
छाबै म्हिमैंइ ब्ह्या लल् आत बिम्, धै को-कोइ चबै सै या चल् आत बिम्। दिलेया परमेश्वरजी चु तोन्दोंरि सैमैं चबै ल्हागिर बनेइ। छतसि प्रभुलाइ म्हाँदिब्मैंइ क्ह्रोंसेंन्बै ताँ सेबइले धन्यबाद पिंसि चलेन् तम्।
छ्याँबै सैं प्ह्याब्मैंए ल्हागिर ताँन् सै चोखो तम्। दिलेया आछ्याँबै सैं प्ह्याब्मैं नेरो येशूए फिर बिश्वास आलब्मैंए ल्हागिर तोइ सैया चोखो आत, तलेबिस्याँ चमैंए खों नेरो सैं ङ्हिंना ङ्हिन् आछ्याँब् मुँ।
क्हेमैं तब आतबै ताँमैं लोमिंबै म्हिमैंए लिलि आप्रद्। चु चल् तमु, चु चल् आत िबबै ताँ म्हिमैंइ बिबै ताँ मत्त्रे ग, बरु परमेश्वरए दयाम्हाँयाउँइँले ङ्योइ सैं भोंब् लबै ताँ छ्याँबै मुँ। चु चल् तमु, चु चल् आत िबबै ताँ ङिंब्मैंइ मुक्ति आयों, चमैंला बिब् धोंइ तोइ आतइमुँ।
चमैंइ ङिम् ङिन् ग बिब् प्हैंसि थे-थेबै ताँमैं लम्, धै भर्खर आछ्याँबै घ्याँ पिसि छ्याँबै घ्याँर ल्हैदिब्मैंलाइ ज्युउँइँले खबै इच्छार लोब उँइँमिंसि फस्ला फस्लु लवाम्।