21 “ह्रों-ह्रोंसए त्येमैं न्होंर्न घ्रिइ-घ्रि सैबर पिंवाब्मुँ। छलेन आबाइ च्ह-च्हमिमैं सैबर पिंवाब्मुँ, धै च्ह-च्हमिंमैंइ आबा-आमामैंए बिरोधर रेसि सैबर ल्हैदिब्मुँ।
क्हि खोंयोंन् बिलै ह्रोंसए अलिए बिरोधर पोंम्; धै ह्रोंसए अलिलाइन क्हिइ स्यारम्।
छतमा ल्हें म्हिमैंइ ङए फिर बिश्वास लब पिवाब्मुँ। चमैंइ खें-खेंमैंए न्होंर्न घ्रिइ-घ्रिए फिर धोका पिंसि क्हाल् पिंब्मुँ, धै हेल लुब्मुँ।