43 तलेबिस्याँ क्हेमैंए फिर छाबै त्हिंइ खब्मुँ: शत्तुरमैंइ क्हिए कारग्युले गारा रुइब्मुँ धै क्हेमैं बैरु त्होंल् आयोंन्ले च्युथेंब्मुँ।
छतमा च म्रुँ बेल्ले ह्रिस खसि ह्रोंसए सिपाइमैं कुल्मिंसि च म्हि सैमैं सैवाइ, धै चमैंए सहरर मिसा झोंवाइ।
चर्बै म्हिमैंए बारेर खीजी छले बिइ, “शान्ति तो ताँइ पखम् बिसि क्हेमैंइ तिंयाँ सेस्याँ तमल! दिलेया तारे क्हेमैंए मिइ म्रोंल् आयों।