29 बिचार आलस्याँ चइ जग मत्त्रे झोंसि धिं प्हें सैल् आखाँस्याँ म्रोंब्मैं ताँनइ क्हिलाइ प्ह्रब्मुँ।
“क्हि मन्दिर फुवासि धबै सोंगैंर्न बनेल् खाँम् बिबै म्हि, आङिं वा? क्हि क्ह्रोंसेंन परमेश्वरए च्ह ग बिस्याँ लु, ह्रोंसलाइ जोगेबै ल्हागिर क्रूसउँइँले त यु!” बिइ।
“क्हेमैं न्होंरि खाबज्यै या धिं बनेदा ङ्हाँस्याँ ‘धिं लबै ल्हागिर खर्ज कति ल्हैदिम्? ङने मुँबै मुइइ योम् उ आयो?’ बिसि ओंसोंन् चइ बिचार आल रो वा?
‘चु म्हिइ धिं बनेबर होंइ दिलेया धिं प्हें सैल् आखाँ बिसि चमैंइ,’ बिब्मुँ।
दुष्टए बिरोधर राल् खाँबै ल्हागिर परमेश्वरए बचन खोंयोंन् बिलै क्हेमैंए सैंर थेंन्।