35 ङ्ह्योद्! तारे क्हेमैंए सहर परमेश्वरजी नास लवाब्मुँ। ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्हेमैंइ ‘परमेश्वर आबाजी कुल्मिंबै म्हिए मान तरिगे’ आबिन् समा क्हेमैंइ ङ म्रोंरिब् आरे।”
याहवेहए मिंर युबै म्रुँइ आशिक योंम्। धै ङिइ क्हेमैं ताँनलाइ याहवेहए धिंउँइँले आशिक पिंम्।
चमैं टिबै क्ल्ह्यो नास तयारिगे; चमैंए धिंर खाबै सोगों आतरिगे।
खीए लिलि ओंसों प्रब्मैंइ छले ओरल, “दाऊदए च्हए जय जय तरिगे! याहवेहए मिंर खबै म्हिला आशिक तरिगे! धाँसे थेबै परमेश्वरए जय जय तरिगे!”
“ओ यरूशलेमथेंमैं, अगमबक्तामैं सैब्मैं, धै परमेश्वरजी कुल्मिंबै स्यार्बोमैं युँमाइ प्रिंब्मैं। नगा आमाइ प्हसेंमैं प्ह्या न्होंर हुब् धोंले ल्हें खे ङइ क्हेमैंलाइ हुल् म्हैइ, दिलेया क्हेमैं ङ ङाँर खोंयोंइ या खल् आङिं!
येशू यरूशलेम सहर चेंदो फेखमा। च सहर म्रोंसि खी सैं नसि क्रोइ।
शत्तुरमैंइ चमैं को-कोइ सेलाँइ (तरवारइ) सैवाब्मुँ, कोइ फैसि ह्युल ह्युलर बोब्मुँ। परमेश्वरजी चमैंने तोक्दिबै त्हे आतन् समा अरू ह्रेंर्बै म्हिमैंइ यरूशलेम खेंमैंए अधीनर थेंब्मुँ।”
झाइले चमैंइ छोडाए हाँगमैं छेसि “होसन्ना! याहवेहए मिंर युबै इस्राएलर्बै म्रुँए जय जय तरिगे!” बिदै ओरदै खीए मान लबर त्होंइ।