45 दिलेया च केब्छैंइ ‘ङए क्ल्हे खब क्हैलै तोगोन् आखालै,’ ङ्हाँसि अरू केब्छैंमैं धोंब, तो चदा ङ्हाँमुँ चब, प्हा ल्हें थुँसि न्हेल्ले टिइ बिस्याँ,
अरूमैंइ च न्हिम्तो पिंबर ह्याब्मैंलाइन क्हासि खैच्हिजिले धोंसि सैवाइ।
क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, क्ल्हेइ ह्रोंसए धिंर्बै ताँन् सै न्होरए जिम्मा चलाइ पिंब्मुँ।
चए सैंज्यै आमैंबै त्हेर थाइ आसेल्ले धिं क्ल्हे फेखब्मुँ, धै चलाइ सजैं पिंब्मुँ। झाइले चए गति परमेश्वर आम्हाँदिब्मैंल् धोंब तब्मुँ।
“छतसि क्हेमैं खैले टिल् त्हुम् बिसि सैंर मैंसि टिद्! ल्हें चब-थुँबाए लिलि आप्रद्, प्हा ल्हें थुँसि आम्हेरद् धै छ्ह खैले थोब् ङ्हे बिसि न्हुँ आलद्। छले ह्युलर्बै सैमैंर सैं ह्यारिमा थाइ आसेल्ले तिखेर्न च त्हिंइर क्हेमैं ङोर स्याब् धोंले स्याब्मुँ।
“म्हिमैंइमि ओंसों लिंबै प्हा थुँल् पिंसि लिउँइँ आलिंबै अँगुरए प्हा पिंम्, दिलेया क्हिइमि ताँन् भन्दा लिंबै अँगुरए प्हा तोगो समा साँथेंना!”
ओं, च त्हिंइर ङइ ह्रोंसए सेवा लब्मैंए फिर ङए पबित्र प्ल्ह कुमिंब्मुँ, धै चमैंज्यै या ङए ताँ पोंब्मुँ।
तलेबिस्याँ छाबै म्हिमैंइ ङ्योए प्रभु येशू ख्रीष्टए ल्हागिर आङिं, दिलेया ह्रोंसए फोए ल्हागिर सेवा लम्। चमैंइ ननाओलिबै छ्याँबै ताँमैं पोंसि सोजो म्हिमैं धोका पिंम्।
छलेन म्हि घ्रिइ क्हेमैंलाइ केब्छैं लवालेया, क्हेमैंए मुइ लुडिवालेया, क्हेमैंलाइ ङोर स्याब् धोंले च्युवालेया, क्हेमैंलाइ प्ह्रलेया, क्हेमैंए क्ह्राँबोर ल्हिलेया क्हेमैंइ ह्रिस आखल्ले सैदिमना!
तलेबिस्याँ न्हरु च्हुइब्मैं म्हुँइँसर रोमुँ, प्हा थुँब्मैं म्हुँइँसर्न म्हेरम्।
त्हिंयाँर्न ज्युउँइँले खबै इच्छाए केमैं लबर चमैं सैं तोंम्। चमैं इजेत आरेबै फा आपिबै म्हिमैं ग। छतसि क्हेमैंने बालु चब् चमा चमैं बेल्ले चदै थुँदै मख्ख तब्मुँ। दिलेया चमैंइ लबै आछ्याँबै केमैंए नों चमैंइ भुँदिल् त्हुम्।
ङिइ क्हेमैं छ्याँबै घ्याँर डोरेस्यो बिसि चमैंइ म्हिमैंने बाछा फैमुँ, दिलेया खेंमैंन् आछ्याँबै घ्याँर प्रम्। तलेबिस्याँ म्हिइ तो सैलाइ सैं पिंमुँ, च सैए केब्छैं तसि चए न्होंर्न टिल् त्हुम्।
तलेबिस्याँ पृथ्बीर्बै म्हिमैंइ क्हिए पबित्र म्हिमैं नेरो क्हिए अगमबक्तामैं सैवासि को-कोन् लवाइ। छतसि चमैंए खि फोबर तोगो क्हिजी चमैंलाइ को थुँल् पिंइमुँ। चु चमैंइ योंल् त्हुबै सजैं ग।”
अगमबक्तामैं नेरो परमेश्वरए म्हिमैं सैवाबै को च सहर तिगोंन् तल, छलेन पृथ्बीर म्हिमैंइ सैवाब्मैंए को या च सहरर्न मुँल।”