16 च लिउँइँ येशूजी चमैंने अहान् घ्रि बिइ, “प्ल्होबै म्हि घ्रिल म्रोंउँइँले छेज्याल्हुल्हुले रा-रोमैं खइ।
दुष्टमैं छाब तम्: चमैं खोंयोंइ न्हुँ आल, चमैंए सै न्होर ल्हें तरिम्।
तलेबिस्याँ दुष्टमैं छ्याँब् तब् म्रोंसि च थेब् प्हैंब्मैंए फिर ङइ ह्रिस लमल।
दिलेया कोइ प्लुमैं छ्याँबै सर तेइ, धै कोइ प्र, कोइ ट्हुच्यु, कोइ सोंच्यु गुणा रो रोइ।
छ लस्याँ मत्त्रे क्हेमैं स्वर्गर टिबै आबाए सन्तान तब्मुँ। तलेबिस्याँ परमेश्वरजी दुष्ट म्हिमैं नेरो छ्याँब् लब्मैं ङ्हिंना-ङ्हिंनए फिर त्हिंयाँ प्रेमिंमुँ, धै धर्मि नेरो पापिमैं ङ्हिंना ङ्हिंनए ल्हागिर नाँ युमिंइमुँ।
खीजी धबै चर मुँब्मैंने बिइ, “छेनाले मैंन्, नना ओलिबै लोब् आलद्, तलेबिस्याँ म्हि कति प्ल्होब तनाबिलेया सै न्होरउँइँले क्ह्रोंसेंन्बै छ्ह योंल् आखाँ।”
छतमा ‘च्हौ ल्हें रा-रोमैं थेंबै धन्सार ङने आरे! तारे ङ तो लब् ङ्हे?’ बिसि चइ सैं न्हों न्हों मैंइ।
दिलेया खीजी क्हेमैंए फिर ल्हयो खसि स्वर्गउँइँले नाँ कुलसि रा-रोमैं रोबै त्हेर क्हेमैं चल् योंरिगे बिसि ल्हें रोमैं रोमिंइ धै क्हेमैं सैं तोंल् पिंइ। छाबै के लसि क्हेमैंए उँइँर परमेश्वरजी खीए ग्वाइ पिंइँमुँ।”