11 दिलेया निनवे सहरर छ्याँब आछ्याँब फेलल् आखाँबै लाख घ्रिसे ङ्हिस्यु हजार भन्दा ल्हें म्हिमैं मुँ, धै ख्योदोमैं या चर ल्हेंन् मुँ। च थेबै सहरए ल्हागिर ङइ न्हुँ लल् आत्हुब् आ?”
छलेन क्यु झाजउँइँले क्हेमैंने बालु त्होंखबै ताँन् सो प्ह्याबै सैमैं नमेंमैं, न्हबै खेदोमैं, क्ह्योंर्बै खेदोमैं क्हेमैंने बालु मुँबै ह्युलर्बै सो प्ह्याबै ताँन् सैमैंने ङइ बाछा फैम्।
खेदोमैंए ल्हागिर छि नेरो म्हिमैंए ल्हागिर ट्हा ट्हुमैं खीजी म्लोमिंम्। धै सउँइँले म्हिमैंइ चबै सैमैं रोब्मुँ,
ओ याहवेह, क्हिजी लबै ठिक के बेल्ले थेबै कोंमैं धों तब् मुँ; क्हिजी लबै निसाफमैं तो सैज्यै या लाल् आखाँबै मा ङ्युँइए गैरु धों तब मुँ; क्हिजी म्हिलाइ मत्त्रे आङिं, ताँन् सो प्ह्याबै सैंमैंलाइ वास्ता लम्।
“रेद्, च निनवे बिबै थेबै सहरर ह्याद, धै चर्बै म्हिमैंए बिरोध ङए ताँ बिइ प्रद्, तलेबिस्याँ चर्बै म्हिमैंइ आछ्याँबै के लब ङइ म्रोंइमुँ।”
छले परमेश्वरजी चमैं ताँन खेंमैंए आछ्याँबै के लबै घ्याँ पिसि एखब् म्रोंइ, खीए खोंर ल्हयो खइ। छतसि खीजी सहर नास लम् बिब् धोंले सहर नास आल।
याहवेहजी बिइ, “चु धुँलाइ क्हिइ रुँइँ आरुँइ, ताब् स्युइबै या आल। दिलेया क्हिइ तोइ दु:खै आलबै चु धुँ सियामा क्हि च्हौ थेबै न्हुँ लब् वा? चु धुँ म्हुँइँस तिरोर्न म्लोइ, धै म्हुँइँस तिरोर्न सियाइ।
ङइ क्हिए फिर ल्हयो खब् धोंले क्हिज्यै या ह्रोंसए थुए फिर ल्हयो खल् त्हुमल आङिं वा?’