20 म्हिए हुलइ बिइ, “क्हि मोंइ स्याइमुँ उ तो जा? खाबइ क्हि सैल् म्हैमु?”
दिलेया चेला ह्रोंसए गुरु धोंब धै केब्छैं ह्रोंसए क्ल्हे धोंब तल् खाँस्याँ सैं तोंल् त्हुम्। म्हिमैंइ धिंर्बै क्ल्हेनेन् बालजिबुल बिसि मिं थेंम् बिस्याँ खीए परवामैंने झन् खै बिलै?
चु ताँ थेसि फरिसीमैंइ बिइ, “चु म्हिइ मोंए म्रुँ बालजिबुलए शक्तिउँइँले मोंमैं ल्हाम्।”
दिलेया “मोंमैंए चिबइ मों ल्हाबै शक्ति पिंसि चइ मों ल्हाम्,” बिसि फरिसीमैंइ बिबर होंइ।
शास्त्रिमैंइ खीने बालु मों मुँ बिल, छतसि येशूजी चु ताँ बिइ।
चमैं न्होंर्बै ल्हें म्हिमैंइ “चु मोंइ स्यासि सोबल् तयाइमुँ। क्हेमैंइ चुए ताँ तले थेमुँ?” बिमल।
यहूदीमैंइ येशूने बिइ, “क्हि सामरियाथें ग, क्हिलाइ मोंइ स्याइमुँ?” बिसि ङिइ बिबै ताँ ठिक आङिं वा?
येशूजी बिइ, “ङलाइ मोंइ आस्याइमुँ। ङ ङए आबाए मान लमुँ, दिलेया क्हेमैंइ ङलाइ म्हि आच्हिइमुँ।
यहूदी चिबनाँब्मैंइ खीने बिइ, “क्हि मोंइ स्याइमुँ बिसि ङिइ तोगो छेनाले था सेइ! ङिए खे अब्राहाम सियाइ, धै अगमबक्तामैं या सियाइ, दिलेया क्हि बिस्याँ ‘ङइ बिब् ङिंब्मैं खोंयोंइ सिल् त्हुरिब् आरे बिमुँ।’
पावलइ बिबै चु ताँ थेसि फेस्तसइ थेबै कै तेसि बिइ, “ओ पावल, क्हि सोबाल् तयाना! ल्हें ह्रब् सेबइ क्हि सोबाल् लवाना!”