47 क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, ङए फिर बिश्वास लब्मैंने खोंयोंइ आखाँबै छ्ह मुँ।
झाइले ङए फिर बिश्वास लसि सोब्मैं खोंयोंइ या सिरिब् आरे। क्हिइ चु ताँ क्वेंम्मा?”
तारे तिस्याँदे लिउँइँ ह्युलर्बै म्हिमैंइ ङ म्रोंरिब् आरे। दिलेया क्हेमैंइ बिस्याँ ङ म्रोंब्मुँ। ङ सोगों तबइले क्हेमैं या सोगों तरिब्मुँ।
तलेबिस्याँ खीए च्हए फिर बिश्वास लब्मैं खाबै या नास आतरिगे, बरु खोंयोंइ आनुबै छ्ह योंरिगे बिसि परमेश्वरजी ह्युलर्बै म्हिमैंने ल्हें म्हाँया लसि खीए घ्रि दे मुँबै च्ह पिंइ।
“खीए फिर बिश्वास लब्मैं दोषि आठर्दि, दिलेया बिश्वास आलब्मैं बिस्याँ ओंसोंन् दोषि ठर्दिल् खाँइमुँ, तलेबिस्याँ परमेश्वरए घ्रिदे मुँबै च्हए फिर चमैंइ बिश्वास आलइँमुँ।
परमेश्वरए च्हए फिर बिश्वास लब्मैंने खोंयोंइ आनुबै छ्ह मुँ। परमेश्वरए च्हइ बिबै ताँ आङिंब्मैंइ खोंयोंइ आनुबै छ्ह योंल् आखाँ, दिलेया परमेश्वरए दण्ड खोंयोंइ बिलै चए फिर तरिम्।”
“क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, खाबइ ङए ताँ थेसि ङ कुल्मिंबै आबाए फिर बिश्वास लमुँ, चइ खोंयोंइ आनुबै छ्ह योंम्। चए निसाफ आत, चइ सजैं योंल् आत्हु, बरु च म्हि सिबउँइँले धबै सोसि खोंयोंइ आखाँबै छ्ह योंइमुँ।
नास तयाबै चबै सैए ल्हागिर दुःख आलद्, बरु खोंयोंइ बिलै सोरिल् योंबै चबै सैए ल्हागिर दुःख लद्। चु खोंयोंन् बिलै सोल् योंबै क्हें म्हिए च्ह ङइ क्हेमैंलाइ पिंब्मुँ, तलेबिस्याँ क्हेमैं खोंयोंन् बिलै सोरिगे बिसि परमेश्वर आबाजी ङलाइ त्हाँसि कुल्मिंब् ग।”
खीए च्ह ङाँइ ङ्ह्योसि खीए फिर बिश्वास लब्मैं ताँनइ खोंयोंइ आखाँबै छ्ह योंरिगे बिब ङए आबाए सैं मुँ। झाइले ह्युलर्बै आखिरि त्हिंइर ङइ चमैं सोगों लमिंब्मुँ।”
चु खोंयोंइ आखाँबै छ्ह पिंबै क्हें चब्मैं खोंयोंइ आसिरिगे बिसि चु क्हें स्वर्गउँइँले तयुइ।
स्वर्गउँइँले तयुबै सोल् लमिंबै क्हें ङन् ग। च क्हें चब्मैं खोंयोंन् बिलै सोरिब्मुँ। ह्युलर्बै म्हिमैं खोंयोंन् बिलै सोल् योंरिगे बिसि ङइ क्हें पिंब्मुँ। च क्हें ङए ज्यु ग।”
ङए ज्यु चब्मैं नेरो ङए को थुँब्मैंने खोंयोंइ आखाँबै छ्ह मुँ, छतसि ह्युलर्बै आखिरि त्हिंइर ङइ चमैं सोगों लमिंब्मुँ।
स्वर्गउँइँले युबै क्हें ङए ज्यु ग। चु क्हें क्हेमैंए खेमैंइ चबै मन्न धों तब आङिं, चमैंइ च मन्न बिबै क्हें चलेया सियाइ। दिलेया चु क्हें चब्मैं खोंयोंइ या सोरिब्मुँ।”