2 क्हेमैंए सै न्होर क्राँयाइमुँ, धै क्हेमैंए क्वेंमैं प्हुलुँइ चवाइमुँ।
आछ्याँबै केमैं लबै म्हिलाइ क्हिजी हौदिसि दण्ड पिंमुँ, चइ खोबै सैमैं ताँन् प्हुँलुइ चसि नास लवाब् धोंले क्हिजी नास लवाब्मुँ। म्हिमैं तोइ आङिं, चमैंम् मुठि घ्रि सो मत्त्रे ग! तिस्याँदे मैंन्
“छतसि क्हेमैंए सै न्होर चुँसि योंबै मुइ आयोंब्मैं पिंन्। झाइले ह्रोंसए ल्हागिर खोंयोंइ स्योब आतबै नेंदोमैं रोसि नाँस आतबै सै न्होर स्वर्गर साँन्। स्वर्गर थेंबै सै न्होर खोंयोंइ आम्ह, तलेबिस्याँ खाबज्यै ह्योल् आँखाँ, झाइले प्हुँलुँज्यै आच।
म्हि घ्रि माराए च्यामैं नेरो सै ल्हें फेबै छ्याँ-छ्याँबै क्वें खिसि क्हेमैंए च्हों धिंर खइ, छलेन ङ्हाँदु म्हि या थौनि क्वें खिसि खइ बिस्याँ,
स्वर्गर क्हेमैंए ल्हागिर साँथेंबै आशिक खोंयोंइ नास आतब, खोंयोंइ आङ्योंलोंब बेल्ले छ्याँब मुँ।