1 ओ प्लबै म्हिमैं, ङए ताँ थेद्। क्हेमैंए फिर तखबै दुःख मैंसि बेल्ले न्हुँ लसि क्रोद्।
ओ याहवेह, च म्हिमैंइ चु ह्युलर्बै सै मत्त्रे म्हैम्, क्हिए योजी च म्हिमैं ङाँइँले ङ जोगेमिंन्। क्हिजी खोबै म्हिमैंलाइ बिस्याँ, क्हिजी चल् पिंम्, चमैंए च्ह-च्हमिमैंए ल्हागिरै या तोन्दोंरि योल्ले-ख्युल्ले पिंमुँ, धै खेंमैंए प्हसेमैंए ल्हागिर चमैंइ ल्हें सै न्होर साँथेंइमुँ।
ह्रोंसए सै न्होरए फिर भर लबै म्हि फापिल् त्हुम्, दिलेया ठिक के लबै म्हि पिङ्ग्या प्हो धोंले म्रौलेब्मुँ।
परमेश्वरजी ल्हयो आखल्ले निसाफ लबै त्हिंइर सै न्होरइ तोइ लल् आखाँ। दिलेया ठिक के लस्याँ कालउँइँले फ्रेमिंम्।
तलेबिस्याँ त्हिंयाँ सार्ले प्रेमा प्हो ङ्योंलोंवाम्, धै ट खारयासि केर आफेब् तयाम्। च धोंलेन् प्लबै म्हि या छ लस्यो छु लस्यो ङ्हाँन-ङ्हाँन् सियाम्।
दिलेया क्हेमैंइ मि ङ्हाँदुमैंलाइ म्हि आच्हि। क्हेमैंलाइ दुःख पिंब्मैं खाब् जा? च प्लब्मैंन् आङिं वा? क्हेमैंलाइ नियाधिश ङाँर बोब्मैं चमैंन् आङिं वा?
“तिं-प्हन्हाँ खोंयों मुँले या ङि सहर घ्रिर ह्यामुँ धै चर तिंदिं दे टिसि छों लसि नफा लब्मुँ,” बिबै म्हिमैं, ङए ताँ थेद्!
क्हेमैं बेल्ले न्हुँ लद्, धै क्रोद्। क्हेमैं निस्योब्मैं शोक लद्, सैं तोंब्मैं सैं आतोंन्।