17 लिउँइँ क्रोदै चइ चए आबाने आशिक ह्रिइ दिलेया आबाउँइँले चइ आशिक आयों। तलेबिस्याँ चइ पछुत ललेया च्ह थेबाइ योंबै हग ओंसोंन् चब् तिछोने त्हेवाल। चु ताँ क्हेमैंइ सेइमुँ।
‘दिलेया च त्हेर ङइ चमैंने ङइ क्हेमैं आसे ओ आछ्याँबै के लब्मैं ङ ङाँइँले ह्रेंगो स्योह्याद्,’ बिसि बिब्मुँ।”
दिलेया चइ पुजु नेरो क्ह्रुमैं म्लोइ बिस्याँ च तो केरै आफे, धै परमेश्वरउँइँले चइ सराप योंल् खाँम्। लिउँइँ च मिर ख्रोंवाम्।
अरूइ क्हेमैंए न्होह्रों ललेया क्हेमैंइ चमैंए न्होह्रों आलद्, अरूइ क्हेमैंए फिर गाल् केलेया क्हेमैंइ गाल् आकेद्। बरु आशिक पिंन्, तलेबिस्याँ क्हेमैंइ आशिक योंरिगे बिसि परमेश्वरजी क्हेमैंलाइ हुइब् ग।