4 “छतसि क्हेमैंइ तोइ सैलेया से चलेन् तमुँ दिलेया को बिस्याँ आचद् तलेबिस्याँ कोर सो मुँ।
दिलेया चमैंए ल्हागिरि चु ताँ प्लि प्ह्रिमिंले: कुलाइ चडिसि जुट् तबै सै चमैंइ आचरिगे, ब्यभिचार आलरिगे, खर्जी ङिसि सैबै खेदोए से आचरिगे, धै को या आचरिगे।
छतसि ङि ताँनइ सल्ला लसि ङिंए ताँमैं क्हेमैं ङाँर बिमिंबर ङिए न्होंर्बै कोइ म्हिमैं त्हाँसि ङिए खोबै थुमैं बारनाबास नेरो पावलने क्हेमैं ङाँर कुलब छ्याँब ङ्हाँइ।
कुलाइ चडेबै सै तोइ आचद्, को या थुँब-चब् आलद्, खर्जी ङ्हेसि सैबै खेदोए से आचद्, धै ब्यभिचार आलद्। छाबै केमैंउँइँले स्योले टिइ बिस्याँ छ्याँब तब्मुँ। जय मसीह।”
परमेश्वरजी बनेबै ताँन् सैमैं चोखो मुँ। छतसि धन्यबाद पिंइरि चस्याँ चल् आतबै सै तोइ आरे।