20 क्हिइ इश्माएलए ल्हागिर यो छ्युँ लब ङइ थेइ। छतसि ङइ चलाइ आशिक पिंब्मुँ धै प्हसेमैं ल्हें लमिंब्मुँ। च च्युसे ङ्हिं म्रुँमैंए आबा तब्मुँ, ङइ च ङाँइले थेबै ह्रेंमैं लमिंब्मुँ।
ङइ क्हिउँइँले थेबै ह्रें लमिंब्मुँ, धै क्हिलाइ आशिक पिंसि। क्हिए मिं कालिदिब् लमिंब्मुँ, झाइले क्हि आशिकए मुल तब्मुँ।
च केब्स्योए च्हउँइँले या ल्हें सन्तानमैं तब्मुँ। ङइ चउँइँले या ह्रें घ्रि लमिंब्मुँ। तलेबिस्याँ इश्माएलै या क्हिए च्हन् ग।”
रेद्, कोलो ङाँर ह्यासि चलाइ रेमिंन्, धै चए सैं क्होल् लमिंन्। ङइ च ङाँइले थेबै ह्रें घ्रि लमिंब्मुँ।”
तोन्दोंरि सै लल् खाँबै परमेश्वरजी क्हिए फिर आशिक पिंरिगे, धै क्हिइ प्हसेमैं ल्हें योंसि क्हिए सन्तान बेल्ले ल्हें तरिगे। धै क्हि ल्हें ह्रेंमैंए खे तरिगे।
चमैंए फिर खीजी आशिक पिंसि चमैंए सन्तान ल्हें तइ, झाइले चमैंए खेदोंमैं या खीजी च्युगुदे तल् आपिं।