16 झाइले परमेश्वरजी बेल्ले थेबै चारबै सै ङ्हिं बनेइ। थेबै चारबै सै त्हिंइर प्रेबै ल्हागिर नेरो च्योंबै चारबै सै म्हुँइँसर प्रेबर बनेइ। धै खीजी मुसारमैं या बनेइ।
धै पृथ्बीर मि म्रोंल् लमिंबर च सैमैं मुर तरिगे,” बिमा छान् तयाइ।
ओ त्हिंयाँ नेरो लयाँ, खीलाइन थेब् लद्, ओ मुर्बै चारबै मुसारमैं, खीलाइन थेब् लद्!
चमैंइ याहवेहए मिंन् थेब् लरिगे! तलेबिस्याँ खीए सुँइ पोंमा च सैमैं तयाइ।
मुए छेउ घ्रिर च त्होंमुँ, धै स्युरदै अर्को छेउ समा फेनेम्। चए राबउँइँले तो सै या लोल् आखाँ।
त्हिंइ क्हिलन् ग, म्हुँइँसै या क्हिलन् ग; त्हिंयाँ नेरो लयाँ क्हिजीन् बनेइ।
क्हिजी बनेबै मु, क्हिजी मुर थेंमिंबै लयाँ नेरो मुसारमैं ङइ ङ्ह्योमा,
“च दुःख तबै त्हिंइ खाँबै तोदोंन् त्हिंयाँ मिछु खैयाब्मुँ, लयाँ या चाररिब् आरे, धै मुसारमैं या मुउँइँले तेयाब्मुँ। छले मुर मुँबै सैमैं ताँन् लायाब्मुँ।
झाइले त्हिंयाँर्बै च्युसे ङ्हिं ह्राबै त्हेसेरो सों ह्राबै त्हे समा ह्युल तिगोंन् मिछु खैयाइ।
त्हिंयाँ या छ्याँब मुँ, लयाँ या छ्याँब मुँ, मुसारमैं या छ्याँब मुँ। धै मुसारमैंए न्होंरै या घ्रि भन्दा घ्रि झन छ्याँब मुँ। दिलेया चमैं ताँन् स्यो-स्योन् मुँ।
च सहरर मि म्रोंबै ल्हागिर त्हिंयाँ नेरो लयाँ आचैदि, तलेबिस्याँ परमेश्वरए ह्वे चए फिर चारमुँ, च सहरर्बै बत्ति क्यु च्हजन् ग।