24 च्हमा याहवेहजी छान् लइ। फारोए दरबार नेरो चए के लब्मैंए धिं-धिंर बेल्ले ल्हें च्युमिंमैं खइ, धै च्युमिंमैंइ मिश्र ह्युलर बेल्ले ह्रुगुदिइ।
खीजी पोंब् धोंलेन् चमैंए ह्युल तिगोंन् च्योमि नेरो मोसोइ प्लिंयाइ।
चमैंलाइ च्हिरिगे बिसि चमैंए म्हाँजोर खीजी च्योमिमैं कुल्मिंइ, धै नास लबै प्हद्गोमैं या कुलइ।
म्हिमैंइ चमैं खुसि क्ल्ह्यो घ्रिर थेंमा, मिश्र ह्युल आछ्याँबै थाँ नाँबर प्लिंयाइ।
‘ङए म्हिमैं ह्याल् आपिंस्याँ, ङ्ह्योद्, क्हि, क्हिए के लब्मैं फिर, क्हि म्हिमैं नेरो क्हिए धिंर ङइ बेल्ले ल्हें च्युमिंमैं कुल्मिंब्मुँ, छलेन मिश्रीमैंए धिं-धिंर नेरो चमैं टिबै क्ल्ह्योजरै या च्युमिंइ प्लिंब्मुँ।
छले ङए म्हिमैं नेरो क्हिए म्हिमैंए म्हाँजोर ङइ स्यो-स्योबै केमैं लब्मुँ। चु औदिबै चिनुमैं प्हन्हाँग तब्मुँ।’”
च प्हद्गोमैं क्हिने, क्हिए म्हिमैंने, क्हिए के लब्मैं फिरै या खब्मुँ,’ बिसि चने बिद्।”