22 बत्ति म्रोंबै पानस, कोपिला नेरो हाँगमैं माराए डल्ला घ्रिउँइँलेन् बनेइ।
ङ पापि ग बिसि मैंबै सैंन् परमेश्वरजी खोबै ख्रो ग; ओ परमेश्वर, ङइ आछ्याँबै के लना बिसि न्हुँ लबै म्हिलाइ क्हिजी म्हाँया लम्।
“क्हिइ छ्याँबै माराए पानस बनेद्। चए क्हाबै क्ल्ह्यो, प्हेला धों ब्योंबै ट, टए त्होर नेरो टमैं माराए टुक्राउँइँलेन् बनेद्।
पानस बत्ति, टए त्होर नेरो हाँगमैं छ्याँबै माराए टुक्र घ्रिउँइँलेन् बनेद्।
पानसउँइँले त्होंबै टुउलो हाँगमैं न्होंर ओंसोंबै हाँग न्होंर कोपिला घ्रि, अर्को हाँग न्होंर कोपिला धै अर्को हाँग न्होंरै या कोपिला मुँल।
चइ पानसर थेंबै पलमैं, थनर (चिम्टा) नेरो पुज्या झोंबै भाँडो छ्याँबै माराला बनेइ।
ङइ ह्रोंसए ज्यु भोंब् लबै ल्हागिर तालिम पिंब् धोंले ह्रोंसए न्होंर थेंम्। तले छ लम् बिस्याँ ङइ अरूमैंलाइ “खेलर भों लद्” बिसेरो ङ फेल आतरिगे बिसि छ लब् ग।
छतसि क्हेमैं ह्युलर्बै सैजरे सैं आह्याद्: फ्रें क्ल्योंब नेरो रण्डिबाजी लसि फोहोरी के आलद्, छाडा आतद्, दुष्ट सैं आप्ह्याब नेरो लोब आलद्। लोब लबम् कु पूजा लब् धों तब् ग।