14 क्हेमैंइ प्रिबै त्हिंइर के आलद्, तलेबिस्याँ क्हेमैंए ल्हागिर चु पबित्र त्हिंइ ग। चु ताँ आम्हाँदिब्मैं खैलसे या सैल् त्हुम्। च त्हिंइर के लब्मैंलाइ समाजउँइँले तेवाब्मुँ।
“प्रिबै त्हिंइ पबित्र ङ्हाँल् त्हुम् बिसि सैंर मैंन्।
खाबइ चु सैमैं कोंसि अभिषेक लबै छ्युगु धोंन् बनेमुँ, धै खेगि बाहेक अरू अरू म्हिमैंए फिर चु छ्युगु फोमुँ, ङए म्हिमैं ङाँइँले च म्हि तेवाब्मुँ।’”
च धुपए थाँ खोसि खाबज्यै या च धुप धोंले अरू धुप बनेइ बिस्याँ च ह्रोंसए म्हिमैंउँइँले तेवाल् त्हुम्।”
टुगैं समा के लरिगे, दिलेया ङिगैंर भों न्हबै त्हिंइ ग, चु त्हिंइ याहवेहए ल्हागिर पबित्र ग। चु त्हिंइर के लब्मैंलाइ सैवाल् त्हुम्।
क्हेमैंइ मोशाइ पिंबै ठिम म्हाँदिबर प्रिबै त्हिंइर ह्रोंसए च्हए ट्हुबिर चिनु लम् बिस्याँ, ङइ प्रिबै त्हिंइर म्हि घ्रिए ताँन् नब् सल् लमिंमा क्हेमैं तले ङने ह्रिस खल?