17 घेराए प्लि हारर्बै त्होमैंए छो नेरो अङ्कुसिमैं चाँदिल तल् त्हुम्। चए क्योबै क्ल्ह्योमैं काँसाल तल् त्हुम्।
“म्राए ल्हागिर मु रङ, कलेजी रङ नेरो ओल्ग्या रुइ रोबै क्वें नेरो छेनाले ख्रिंबै सुति क्वेंए बुट्टा झोंबै ङ्हिस्यु क्रुए पर्दा तल् त्हुम्। चए त्होमैं प्लिउलो, क्योबै क्ल्ह्यो या प्लिउलो तल् त्हुम्।
घेरा प्र क्रु ह्रिंब नेरो ङ्हच्यु क्रु प्ल्हाब तल् त्हुम्। चए पर्दामैं छेनाले ख्रिंबै सुति क्वेंए ङ्हउरु ह्रिंब तल् त्हुम्। चए क्योबै क्ल्ह्योमैं काँसाल तल् त्हुम्।
ङैब सोंच्यु किलो चाँदिउँइँले चमैंइ त्होए च्होमैंए ल्हागिर अङ्कुसि बनेसि त्होए च्होमैं म्होरसि छोमैं बनेइ।
च काँसाइ पबित्र तम्बुर्बै मुल म्राए क्योबै क्ल्ह्योमैं, ख्रो पिंबै क्ल्ह्यो, जालि नेरो ख्रो पिंबै क्ल्ह्योर्बै ताँन् सैमैं,