4 “खीजी फारोए रथमैं नेरो चए सिपाइमैं या मा ङ्युँइर भ्योंमिंइमुँ। फारोए धाँसे थेबै चिबनाँब्मैं ओल्ग्या मा ङ्युँइर (समुद्रर) प्ल्हुँयाइ।
दिलेया ओ याहवेह, क्हिने मत्त्रे ङ्हिल् त्हुब मुँ! क्हि ह्रिस खमा क्हिए उँइँर खाब् राल् खाँमुँ?
मिरियमइ छ बिदै क्वे प्रिंबर होंइ, “याहवेहए मिंर क्वे प्रिंले, तलेबिस्याँ खीजी औदिबै के लसि ट्होइमुँ। घोडा नेरो चए फिर क्रेब्मैं खीजी मा ङ्युँइर (समुन्द्रर) भ्योंवाइमुँ।”