4 छबिमा एस्तरइ बिइ, “ओ म्रुँ, क्हिइ छ्याँब ङ्हाम् बिस्याँ हामान नेरो क्हि खैलसेया खमिंन्। तिंयाँ ङइ क्हिए ल्हागिर लिंबै चबै सैमैं ह्योथेंइमुँ।”
च लिउँइँ इसहाकइ बिइ, “क्हिइ सैसि पखबै से ट्हा चुर पखो। च चसि क्हिलाइ आशिक पिंस्यो।” आबाइ छबिमा याकूबइ से ट्हा पखसि आबालाइ पिंमा खिइ चै। झाइले याकूबइ अँगुरए प्हा या आबालाइ पिंनेइ धै आबाइ थुँइ।
‘क्हिए केब्छैं याकूब ङिए लिलि खसिन्मुँ।’” तलेबिस्याँ “ङए ओंसों-ओंसों कुलबै क्होल्सैमैं म्रोंसि चए ह्रिस म्हह्यालै धै चए उँइँर ङ ह्यामा चइ ङ खल् पिंब्मुँ,” बिब याकूबए सैंर मैंइ।
च त्हेर्न म्रुँस्यो बश्तीज्यै या म्रुँ अहासूरसए दरबारर च्हमिरिमैंए ल्हागिर भत्तेर पिंइ।
म्रुँइ ल्हैदिब् धोंले च प्ह्रिछ्या बोब्मैं युनन् क्ल्ह्यो क्ल्ह्योर ह्याइ। चु ताँमैं राजधानी शूशनर्बै म्हिमैंने या बिइ। चु ताँ थेसि शूशनर्बै म्हिमैं खैलबैल तइ, दिलेया म्रुँ नेरो हामान बिस्याँ प्हा थुँबर टिइ।
झाइले म्रुँइ बिइ, “म्रुँस्यो एस्तर, क्हिलाइ तो चैदिइमुँ? क्हिइ तो ह्रिलैया ङइ पिंस्यो, ङए आधा ग्याल्स ह्रिलेया ङइ क्हि पिंस्यो।”
छबिमा एस्तरइ बिब् धोंलेन् म्रुँइ “हामान युनन् हुइ पउ,” बिसि म्हि कुलइ। धै म्रुँ नेरो हामान एस्तरए ङाँर चब् चबर ह्याइ।
ओ म्रुँ, ङए ताँ ङिंम् बिस्याँ, ङइ ह्रिबै सै पिंम् बिस्याँ, प्हन्हाँगै या क्हेमैंए ल्हागिर ङइ ह्योथेंबै चबै सैमैं चबर खमिंन्। धै च्हमन् ङए सैंर्बै ताँमैं ङइ क्हिने बिस्यो।”
सैं प्ल्हसि छे पिंब नेरो भर म्हाँदिल् खाँबै के लरिबै म्हिल बिब् धों मैंब् धों तम्।
ह्रिस आम्हन् समा आमादुमैं पोंबै पोंब् तम्; दिलेया बुद्धि मुँबै म्हिइ ह्रिस थाउदिम्।
ओ अलि-अङाँमैं, च्हैंब्-मैंब् लल् त्हुबै केर कोलोमैं धों आतद्। आछ्याँबै केर कोलोमैं धों तद्, दिलेया च्हैंब्-मैंब् लल् त्हुबै केर पाको म्हि धों तद्।