“मुँयुमैं मुँलै च्हमिरिमैं मुँलै, म्रुँ आहसुरसए दरबार न्होंर होंम् बिस्याँ चए ल्हागिर घ्रि मत्त्रे ठिम मुँ। म्रुँइ ह्रोंसने मुँबै माराए प्हरे आस्योंस्याँ च सैवाब्मुँ, माराए प्हरे स्योंइ बिस्याँ च सोल् योंब्मुँ। ङै या म्रुँ ङाँर ह्याल् आयोंब सोंच्यु त्हिंइ तइ।”