26 चइ पावलउँइँले मुइ योंम् उ ङ्हाँसि आशा या लल। छतसि चइ घरि-घरि ताँ लबर पावल हुइब्रें लमल।
ख्याब आचद्, तलेबिस्याँ ख्याबइ म्हिमैं मि आम्रोंब् लवाम्, धै चइ क्ह्रोंसेंन्बै ताँ आसे। छतसि छ्याब् आरेब्मैंइ निसाफ आयों।
दुष्ट न्यायाधिसइ खाबै आम्रोंल्ले घुस किंम्, धै छेनाले निसाफ आल;
घुस पिंबै म्हिल तो के मुँलेया छ्याँब तम्।
क्रथे मिथेमैंइ ल्होमिरिगे बिसि ल्हें म्हिमैंइ बिन्ति लम्, धै क्होल्सै पिंखबै म्हिल थु ल्हें तम्।
ठिक निसाफ बनेबै म्रुँइ ह्युल भोंब् लम्, दिलेया मुइए फिर मि ङ्ह्योब्मैंइ ह्युल न्होंवाम्।
खीए क्वें या त्हिंयाँ धोंले चारयासि तार्ग्या तयाइ। धै स्योंम्बै मोशा नेरो एलिया बिब युसि येशूने पोंरिब म्रोंइ।
“ङ दे बर्ष अरू ह्युलजरे टिबै लिउँइँ ह्रोंसए ह्रेंए ल्हागिर दान पिंबर नेरो परमेश्वरए मिंर ख्रो पिंबर यरूशलेमर खल।
अधर्मिमैंइ परमेश्वरए ग्याल्सर्बै आशिक आयों बिब क्हेमैं आसेइमुँ वा? क्हेमैंइ धोका योंबै के आतरिगे। छेरन् तबै के लब्मैं, कु पूजा लब्मैं, ब्यभिचारिमैं, मुयुँमैंनेन् आछ्याँबै के लबै मुयुँमैं,
लोब लसि चमैंइ स्योलिबै ताँमैं पार्दिसि क्हेमैंउँइँलेन् फायदा किंब्मुँ। छतसि ओंसों ओनोंन् चमैंए ल्हागिर परमेश्वरजी दण्ड तोक्दिथेंइमुँ। चमैंए नास तबै त्हे तबर होंइमुँ।