35 झाइले नाँ न्होंबै लिउँइँ सहरर्बै रोमी निसाफ लब्मैंइ पुलिसमैं कुलसि बिइ, “च च्युथेंबै म्हिमैं पिवाद्।”
क्ह्रोंसेंन् म्हिमैंने क्हिए ह्रिस खमा क्हिए मिंन् थेब् लब्मुँ; झाइले क्हिए ह्रिसउँइँले सोब्मैंइ आछ्याँबै के लब पिवाब्मुँ।
“झाइले म्हिमैंइ क्हेमैंलाइ च्हों धिंर्बै चिब्मैं नेरो क्रथेमैं ङाँर क्हाबोमा ‘ङइ तो पोंब् ङ्हे? ङइ तो बिल् त्हुब् ङ्हे?’ बिसि न्हुँ आलद्।
च लिउँइँ चमैं धिंर बोसि चब् चल् पिंइ, धै चए धिंर्बै ताँन् म्हिमैंइ परमेश्वरए फिर बिश्वास लबइले चए धिंर्बै परवाने च सैं तोंइ।
च्हमरे झेलर्बै क्रथेइ पावलने चु ताँ बिइ, “निसाफ लब्मैंइ क्हेमैं पिवाद् बिसि बिइमुँ। छतसि तारे क्हेमैं त्होंसि सैं तोंदै ह्याद्।”
च पुलिसमैंइ निसाफ लब्मैं ङाँर ह्यासि “चमैंम् रोमीथेंमैं मुँन!” बिमा निसाफ लब्मैं ङ्हिंयाँइ।
छले चमैंइ सजैं पिंबै ताँ तोइ आयों तलेबिस्याँ चर तरिबै ताँए ल्हागिर ताँन् म्हिमैंइ परमेश्वरए मिं क्वेरिल। छतसि चमैंइ पत्रुस नेरो यूहन्नालाइ बेल्ले हौदिसि पिमिंइ।
छले चमैंइ गमलियलइ बिबै ताँ ङिंइ, दिलेया चमैंइ कुल्मिंबै चेला चिब्मैंलाइ न्होंर हुइसि धोंइ, धै चमैंने बिइ, “येशूए मिंर खोंयोंन् बिलै तोइ आपोंन्!” छ बिसि चमैं पिवाइ।