11 छतसि स्योलिबै ताँ क्वेंरिगे बिसि परमेश्वरजी चमैंए ङाँर बेल्ले स्योर तेल् ह्रबै सैमैं कल्मिंब्मुँ।
प्ह्रेंस्योइ बिबै ताँ थेमा पोतीफर मि धोंलेन् लुँबै ह्रिस खइ।
चइ खैले आगुए फिर सराप झोंइ, छलेन चए फिर सराप ल्हैदिरिगे; चइ आगुए फिर आशिक पिंब आखोमल, छतसि चइ आशिक आयोंरिगे!
ल्हें म्हिमैं ‘ङ अगमबक्ता ग’ बिसि स्योर तेसि खब्मुँ, धै ल्हें म्हि खेंमैं ङाँइ लवाब्मुँ।
तलेबिस्याँ ल्हें म्हिमैं ङए मिंरि ‘ङ परमेश्वरजी कुलबै म्रुँ ख्रीष्ट ग’ बिसि क्हेमैं ङाँर खब्मुँ, धै ल्हें म्हिमैं खेंमैं ङाँइ लवाब्मुँ।
म्हिमैंइ परमेश्वरलाइ पिंल् त्हुबै मान आपिं, छतसि चमैंइ तो लदा ङ्हाँम् लरिगे बिसि पिवाइ।
ङिइ क्हेमैंने बिबै अर्थिए ताँमैं आछ्याँबै सैंउँइँले बिबै स्योलिबै ताँमैं आङिं, ङिइ क्हेमैंलाइ तोइ लुल् आम्है।
तारे खबै त्हेजरे स्योलिबै ताँ क्वेंसि दुष्टए घ्याँर प्रसि को-कोइ बिश्वास लबन् पिवाब्मुँ बिसि पबित्र प्ल्हजी छेनाले बिमिंइमुँ।
छले चमैं क्ह्रोंसेंन्बै ताँमैंउँइँले स्योयासि स्योलिबै ताँमैंए लिलि प्रयाब्मुँ।