11 तलेबिस्याँ छाबै म्हिमैंलाइ जय मसीह लइ बिस्याँ, चमैंइ लबै आछ्याँबै केर क्हेमैं या क्ह्रिब् धोंन् तम्।
ह्यो त्होमा क्हि चनेन् त्हुँयाम्, धै ब्यभिचार लबै म्हिमैं त्होमा क्हि चमैंनेन् क्ह्रियाम्।
मिछु खैबर म्हिमैंइ लबै केर आफेबै केमैंउँइँले स्यो तद्, बरु छाबै केमैं ह्वेर पसि आछ्याँब ग बिसि ताँनने उँइँमिंन्।
अरूमैंइ लबै आछ्याँबै केमैंर क्हि सामेल् आतद्। छ्याब आयोंरिगे बिसि प्रभुए के लबै ल्हागिर म्हिमैं त्हाँल् त्हुमा आतुर आतद्। ह्रोंसलाइ पबित्र थेंन्।
ङ्हे मत्त्रे थुँसि सोब्मैं कोलोमैं धोंबन् ग, छतसि चमैंइ छ्याँबै ताँ नेरो आछ्याँबै ताँ फेलल् आखाँ, तलेबिस्याँ चमैं कोलोमैंन् तरिम्।
अरूमैंलाइ मिउँइँले तेवाब् धोंले च स्योलिबै ताँउँइँले जोगेमिंन्; धै अरूमैंलाइ ल्हयो लद्, दिलेया चमैंए सैं न्होंउँइँले खबै आछ्याँबै ताँमैंइ क्हेमैंए सैं न्होंवाल् आखाँरिगे बिसि क्हेमैंइ चु के च्हैंसि मैंसि लद्।
धबै स्वर्गउँइँले छ बिबै कै ङइ थेइ, “ओ ङए म्हिमैं, खो! च सहरउँइँले त्होंसि चुर खो। चए फिर तखबै थेबै दुःख क्हेमैंइ नोल् आत्हुरिगे चइ लबै पापर चने बालु आप्रद्।