31 झाइले छों लब्मैं छों आलब्मैं धोंन् तरिगे तलेबिस्याँ चु ह्युल युनन् नास तयाम्।
म्हिमैं छरि धोंलेन् म्हयाम्। म्हिमैंइ फाक्कर्बै केमैं लप्ररिम्! चइ ल्हें सै न्होर खागु लमुँ दिलेया च खाबल् तनेमुँ चइ आसे!
न्हाँगर छोरमा म्होंड म्हयाब् धोंले, ओ प्रभु, क्हि छोरमा चमैंलाइ तो धोंइ आङ्हाँ।
“छतसि क्हेमैं खैले टिल् त्हुम् बिसि सैंर मैंसि टिद्! ल्हें चब-थुँबाए लिलि आप्रद्, प्हा ल्हें थुँसि आम्हेरद् धै छ्ह खैले थोब् ङ्हे बिसि न्हुँ आलद्। छले ह्युलर्बै सैमैंर सैं ह्यारिमा थाइ आसेल्ले तिखेर्न च त्हिंइर क्हेमैं ङोर स्याब् धोंले स्याब्मुँ।
ओ अलि-अङाँमैं, ङइ बिल् म्हैबै ताँ चुन् ग: प्रभु युबै त्हिंइ चेंदोन् तखइमुँ। छतसि ब्ह्या लब्मैं ब्ह्या आलब्मैं धों तसि प्रभुए के लद्।
झाइले न्हुँ लब्मैं न्हुँ आलब्मैं धोंले टिरिद्। छलेन सैं तोंब्मैं सैं आतोंब्मैं धोंले टिरिद्, किंसि पखबै सैमैं या ह्रोंसल् धों आङ्हाँन्।
छ बिस्याँ ङइ योंल् त्हुबै नों सै तो जा? मुइ आकिंल्ले सैं तोंबै ताँ बिप्रल् योंबन् ग! छतसि सैं तोंबै ताँ बिप्रमा योंल् त्हुबै हग ङइ आम्है।
“अझै तिखे” बिबै मतलब, लाल् खाँबै सैमैं, अथवा सृष्टि तबै सैमैं ताँन् स्योवाब्मुँ, दिलेया लाल् आखाँबै सैमैं चैरिब्मुँ बिब् ग।
प्हँना तो तम् क्हेमैंइ आसे। क्हेमैंए छ्ह तो मुँ रो? क्हेमैंम् न्हाँम्स्यो धों तब् ग। च न्हाँम्स्यो तिस्याँदे म्रोंबै तोंदोंन् म्हयाम्।
तलेबिस्याँ छ्वेर छले प्ह्रिइमुँ, “ताँन् म्हिमैं छि धों तब् ग, म्हिए ज्यु कति छ्याँब मुँलेया ट धों तब् ग। छि ङ्योंलोयाम् धै टै या खारयाम्।
ताँन् सै नुयाबै त्हे तखइमुँ। छतसि प्राथना लल् खाँरिगे बिसि छ्याँबै सैं प्ह्यासि न्ह क्रों मि क्रों तरिद्।
चु ह्युल नेरो म्हिमैंइ म्हाँया लबै सैमैं ताँन् नास तयाम्, दिलेया परमेश्वरए सैंर मैंब् धों तबै के लब्मैं खोंयोंन् बिलै तरिम्।