30 झाइले न्हुँ लब्मैं न्हुँ आलब्मैं धोंले टिरिद्। छलेन सैं तोंब्मैं सैं आतोंब्मैं धोंले टिरिद्, किंसि पखबै सैमैं या ह्रोंसल् धों आङ्हाँन्।
तलेबिस्याँ खी तिस्याँदे मत्त्रे ह्रिस खम्, दिलेया ङ्योए छ्ह तिगोंन् खीजी ल्हयो खरिम्। म्हुँइँस् तिमिंन् मिग्लि युलेया न्हाँगर बिस्याँ सैं तोंल् योंब्मुँ।
“दिलेया अब्राहामइ बिइ, ‘बाबु, क्हिइ मैंन्। क्हिए छ्हर छ्याँ-छ्याँबै सैमैं योंसि क्हिइ सुखले छ्ह थोइ। दिलेया लाजरसइ दुःखै दुःखर्न छ्ह थोइ। दुःख योंलेया चइ परमेश्वर मैंइ, क्हिइ बिस्याँ परमेश्वर खोंयोंइ आमैं, ङम् ङन् ग बिसि टिइ। छतसि तोगो लाजरसइ चुर सुख योंइमुँ, क्हिइ बिस्याँ चर दुःख योंइमुँ।
ओ तोगो फो ख्रेंब्मैं, क्हेमैंइ आशिक योंब्मुँ तलेबिस्याँ क्हेमैंइ म्रेंन्ले चल् योंब्मुँ। तोगो क्रोब्मैंइ आशिक योंब्मुँ, तलेबिस्याँ क्हेमैं निस्योल् योंब्मुँ।
धिक्कार, क्हेमैं तोगो म्रेंन्ले चल् योंब्मैं! तलेबिस्याँ लिउँइँ क्हेमैं फो ख्रेंल् त्हुब्मुँ। धिक्कार, क्हेमैं तोगो निस्योब्मैं! तलेबिस्याँ लिउँइँ क्हेमैं शोक लसि क्रोल् त्हुब्मुँ।
छलेन तोगो क्हेमैंलाइ शोक तमुँ। दिलेया ङ धबै क्हेमैंने त्होयुमा क्हेमैंए सैं बेल्ले तोंब्मुँ। धै खाबज्यै क्हेमैंलाइ सैं आतोंल् लल् खाँरिब् आरे।
ओ अलि-अङाँमैं, ङइ बिल् म्हैबै ताँ चुन् ग: प्रभु युबै त्हिंइ चेंदोन् तखइमुँ। छतसि ब्ह्या लब्मैं ब्ह्या आलब्मैं धों तसि प्रभुए के लद्।
झाइले छों लब्मैं छों आलब्मैं धोंन् तरिगे तलेबिस्याँ चु ह्युल युनन् नास तयाम्।
चइ खैले सयल लसि सुख योंल, छलेन् चए फिर दुःख नेरो शोक तल् पिंन्। तलेबिस्याँ ‘ङ चुर म्रुँस्यो तसि टिइमुँ। म्हरेस्योलाइ धोंले ङलाइ शोक तरिब् आरे, ङ क्रोब-म्होब खोंयोंइ लल् त्हुरिब् आरे!’ बिसि चइ मैंम्।
तलेबिस्याँ राजगद्दिए म्हाँजोर मुँबै क्यु च्हजजीन् चमैंए प्ह्रोंछैं तसि रक्षा लब्मुँ, धै खोंयोंइ आखाँबै छ्ह योंबै क्युए मूलर खीजी चमैंलाइ डोरेसि बोमिंब्मुँ। धै परमेश्वरजी चमैंए मिर्बै मिग्लि फ्योमिंब्मुँ।”