36 ओ बुद्धि आरेबै म्हि, क्हिइ प्लुबै प्लु आक्राँन् समा आम्लो आङिं वा?
“ओ, आमादुमैं! बैरुबै सै बनेबै परमेश्वरजीन् न्होंर्बै सै या बनेब आङिं वा?
दिलेया चइ छले मैंरिमा परमेश्वरजी चने बिइ, ‘ओ आमादु! तिंयाँ म्हुँइँसर्न क्हि सिल् त्हुब्मुँ। तारे क्हिइ साँथेंबै सै न्होर खाबल् तब्मुँ?’”
च लिउँइँ येशूजी चमैंने बिइ, “ओ, ताँ आक्होबै आम्हादुमैं! क्हेमैंए सैं खैले छले आक्होब् तयाल? अगमबक्तामैंइ बिबै ताँमैं तिफुँइ आक्वें वा!
क्ह्रोंसेंन ङ क्हेमैंने बिमुँ, गहुँए फुँ सर तेसि आक्राँइ बिस्याँ च फुँ घ्रिन् तरिम्। दिलेया च फुँ सर तेसि क्राँइ बिस्याँ चइ ल्हें रोमैं रोम्।
“ङ बुद्धि मुँबै म्हि ग” बिसि मैंनाबिलेया चमैंल बुद्धि तिफुँइ आरे।
क्हिइ गहुँ, मखैं, तो प्लुलेया प्लु मत्त्रे प्लुम्, बडिबै धुँन् आप्लु।
छतसि खैले छ्ह थोरिइमुँ सैंर मैंन्, आह्र-आसेबै म्हि धोंब आतद्, बुद्धि मुँबै म्हि धोंलेन् छ्ह थोद्।
ओ ताँ आक्होबै म्हि! छ्याँबै के आलब्मैंए बिश्वास केर आफेब तम् बिसि ङइ क्हिने चिनु उँइँरिगे ङ्हाँइमुँ वा?