रोमियों 9:22 - Garhwali22 ठिक उन्नि पिता परमेस्वर भि मनखि का अपराधों तैं देखि के बड़ु गुस्सा च। अगर उ चौ त मनखियों तैं अपणी ताकत से दण्ड दे सकदु, मगर फिर भि वु सबर रखी के लोगु की सौन्दु। अर यू त वु लोग छिन जु कि नास होण का लैख छिन अर ऊंतैं देखि के वेतैं गुस्सा औन्दु, मगर फिर भि पिता परमेस्वर इथगा सबर रखणु च त यां मा वेकी क्या गळती? အခန်းကိုကြည့်ပါ။गढवली नयो नियम22 कि पिता परमेश्वर ल अपड़ो गुस्सा दिखांणु अर अपड़ी सामर्थ प्रगट कने की इच्छा बट्टी गुस्सा का मनिख्युं तैं जु भांडों का जन छिनी, जौं तैं नाश कन तय कैरे गै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अर जै बगत पितर नूह, पिता परमेस्वर का बुलण का मुताबिक जाज बणौणु छौ, वे बगत का लोगु न परमेस्वर की आज्ञा को पालन नि कैरी, अर पिता परमेस्वर सबर रखी के इन इंतजार कनु छौ, कि ऊ अपणा चाल-चलन मा बदळौ लेके आला, मगर इन नि ह्वे। तब पिता परमेस्वर न जल परलय कैरी, अर वे बगत मा कुछ ही लोग जाज मा बैठि के बचयै गैनी, अर ऊं मनखियों की गिनती आठ छै।
किलैकि भौत सा लोग इन छिन, जु कि हम बिस्वासी लोगु का बीच मा चुपचाप से घुसी के ऐ गैनी। अर यू लोग पिता परमेस्वर की भक्ति नि करदिन, अर हमरा पिता परमेस्वर की किरपा को गळत फैदा उठे के वेको इस्तेमाल भोग-बिलास मा करदिन। अर यू झूठ्ठा लोग हमरा यीशु मसीह तैं नकारी देन्दिन, जु की एकमात्र मालिक अर प्रभु च, पर यों लोग खुणि पैलि बटि दण्ड ठैर्युं के रख्युं च।